आज दिग्गज फिल्म अभिनेत्री राखी गुलजार का जन्मदिन है. आज वे 69 वर्ष की हो गयीं. हिंदुस्तान के आजादी के दिन ही 15 अगस्त 1947 को उनका जन्म हुआ था. राखी ने अपनी खास अभिनय शैली से बॉलीवुड में एक दिग्गज अदाकार की पहचान बनायी और हर दिल अजीज कलाकार बन गयीं. लेकिन, उनकी अंदरूनी जिंदगी के पहलू ने मीडिया में कम ही सुर्खियां बटोरी और हमेशा उनका अभिनय वाला पक्ष ही उनके निजी जीवन पर हावी रहा. लेकिन हम यहां आपको उनकी जिंदगी से जुड़ी कुछ अहम बातें बता रहे हैं :
फिल्म में प्रवेश
राखी का जन्म बंगाल के नादिया जिले केरानाघाट में बांग्ला परिवार में हुआ था. राखी के पिता एक कारोबारी थे और मां एक कुशल गृहिणी. जब राखी बहुत छोटी थीं तो उनके घर के पास एक बांग्ला फिल्म की शूटिंग अभिनेत्री संध्या राय कर रही थीं. संध्या राय को माछी झोल बहुत पसंद था और राखी की मां बहुत अच्छा माछी झोल बनाती. राखी की मां अपने संबंधों के कारण संध्या राय के लिए माछी झोल बनाती थीं. इससे उनके रिश्ते और गहरे हुए. यही राखी के लिए फिल्मों में एंट्री प्वाइंट बना और उन्हें बांग्ला फिल्मों में काम करने का मौका मिला.
पहली शादी और फिर गुलजार के करीब आना
राखी काएरेंजमैरेज मात्र 15 साल की उम्र में पत्रकार से बांग्ला फिल्मकार बने एक शख्स से हो गया. लेकिन यह शादी ज्यादा दिनों तक नहीं चलीऔर बाद में दोनोंअलगहो गये. दूसरी ओर यह वह समय था, जब गुलजार अपने कैरियर के चरम पर थेऔर अंगरेजी अखबारटाइम्स ऑफ इंडिया कीखबर में मुताबिकतबकी बड़ी अभिनेत्री व ट्रेजडी क्वीन मीनाकुमारी से अपने प्रेम संबंध को लेकर चर्चा में थे.इसीदौरानगुलजार-राखी की एक फिल्म पार्टी मेंमुलाकातहुई. गुलजारके नाम से मशहूर संपूर्ण सिंह कालरा केअंदर बांग्ला संस्कृति, रीति-रिवाज के प्रति आकर्षण था और इसी कारण वे राखी की ओर खींचे चले गये और अंतत: 15 मई 1973 को दोनों ने विवाह कर लिया.
गुलजार से क्यों हुआ अलगाव?
कहते हैं कि गुलजार और राखी का विवाह ही इस समझौते पर हुआ था कि राखी शादी के बाद फिल्मों में काम नहीं करेंगी. उस दौरान राखी अपने कैरियर के चरम पर थीं. बड़े फिल्मकार राखी को अपनी फिल्मों में लेना चाहते थे और राखी भी अपने को फिल्म से दूर नहीं रख सकी. मशहूर निर्माता-निर्देशक यश चोपड़ा ने राखी को फिल्म कभी-कभी में काम करने का ऑफर दिया. राखी ने इस फिल्म को गुलजार से बिना मशविरा किये साइन कर लिया और यही दोनों के अलगाव का कारण बना. जिसके बाद राखी अपनी डेढ़ साल की बेटी मेघना गुलजार को लेकर अलग हो गयीं. कवि हृदय गुलजारको राखी के घरछोड़ जाने से बहुत दुख हुआ.इसेउन्होंने कुछ इस तरह बयां किया : शहर की बिजली गयी बंद कमरे में बहुत देर तक कुछ भी दिखाई नहीं दिया, तुम गयी थी जिस दिन उस रोज भी ऐसा ही हुआ था.
दोनों पारियां रहीं जोरदार
राखी के कैरियर को दो हिस्सों में बांट कर देखा जाता है. एक गुलजार से शादी से पहले और दूसरा उनसे शादी के बाद. यह राखी के अभिनय का कमाल है कि उनकी दोनों पारी को शानदार माना जाता है. उन्होंने शादी के पहले पहली हिंदी फिल्म धर्मेंद्र के साथ जीवन-मृत्यु की थी. इसके साथ ही उन्होंने शशि कपूर के साथ शर्मीली की, जिसमें उनका डबल रोल था. फिर दाग किया, जो काफी सफल रही. गुजलार से अलगाव के बाद उन्होंने कभी-कभी की जो सुपरहिट रही. कस्मे वादे, त्रिशूल, मुकद्दर का सिकंदर, दूसरा आदमी जैसी बड़ी फिल्मों में उन्होंने अपने अभिनय का सबको लाेहा मनवाया. राखी को तीन बार फिल्म फेयर अवार्ड मिला व एक बार नेशनल अवार्ड मिला.