पाकिस्तानी कलाकारों को उरी हमले की निंदा करनी चाहिए : अनुपम खेर
नयी दिल्ली : अनुभवी अभिनेता अनुपम खेर ने आज कहा कि हालांकि मानना है कि कला की कोई सीमा नहीं होती, लेकिन भारत में काम कर रहे पाकिस्तानी कलाकारों की यह नैतिक जिम्मेदारी है कि वे उरी हमलों की सार्वजनिक तौर पर निंदा करें.उरी आतंकी हमले के बाद राज ठाकरे की अगुवाई वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण […]
नयी दिल्ली : अनुभवी अभिनेता अनुपम खेर ने आज कहा कि हालांकि मानना है कि कला की कोई सीमा नहीं होती, लेकिन भारत में काम कर रहे पाकिस्तानी कलाकारों की यह नैतिक जिम्मेदारी है कि वे उरी हमलों की सार्वजनिक तौर पर निंदा करें.उरी आतंकी हमले के बाद राज ठाकरे की अगुवाई वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे: ने हाल ही में फवाद खान और माहिरा खान जैसे पाकिस्तानी कलाकारों को भारत छोड़ने को कहा था. मनसे ने पाकिस्तानी कलाकारों वाली फिल्मों की शूटिंग रोकने की धमकी दी है
यह पूछे जाने पर कि क्या भारतीय फिल्मों में पाकिस्तानी कलाकारों के काम करने पर प्रतिबंध लगाना सही है, खेर ने कहा, ‘‘ मैं मानता हूं कि कला और संस्कृति की सीमाएं नहीं होनी चाहिए, लेकिन यहां काम कर रहे पाकिस्तानी कलाकारों की यह नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि वे इस आतंकी हमले की निंदा करें.’ कश्मीर के उरी में किए गए इस आतंकी हमले में सेना के 18 जवान मारे गए थे.
उन्होंने कहा कि उन्होंने भी पेशावर स्कूल में किए गए आतंकी हमले की निंदा की थी और उन्हें नहीं लगता कि पाकिस्तानी कलाकारों को इसमें (उरी आतंकी हमले की निंदा करने में: कोई परेशानी होनी चाहिए.खेर ने कहा, ‘‘ मैं यह नहीं कर रहा कि आप अपने देश की निंदा करें क्योंकि यह आपके लिए बहुत मुश्किल है क्योंकि आप वहां रह रहे हैं और राजनीतिक रूप से यह सही कदम नहीं होगा. हम उनका स्वागत करते हैं, उन्हें मंच और जगह देते हैं, वे लोकप्रिय होकर पैसे कमाते हैं और वे इसके लायक हैं. लेकिन भारतीय लोगों की संवेदनशीलता को लेकर संवेदनशील होना महत्वपूर्ण है