लॉस एंजिलिस: पॉप गायक जॉर्ज माइकल का संगीत करियर शानदार था और उनके 10 करोड़ से अधिक रेकार्ड बिके हैं लेकिन मादक पदार्थों की लत से उनकी जिंदगी प्रभावित रही. पुलिस से कई बार उनका पाला पडा और वे स्वास्थ्य संबंधी तकलीफों से जूझते रहे.
53 साल के माइकल का रविवार को हृदयगति रुकने से निधन हो गया. पिछले कुछ सालों में माइकल कानूनी मामलों से भी जूझते रहे और संगीत प्रस्तुतियों की बजाए उनकी मादक पदार्थों की लत ज्यादा खबरों में रहीं.
जॉर्जियोस पनायिओटोस उर्फ जॉर्ज माइकल को किशोरावस्था में ही शोहरत मिलनी शुरु हो गयी थी जब उन्होंने स्कूल के अपने एक दोस्त एंड्रयू रिजले के साथ ‘वैम’ नाम की संगीत जोडी बनायी थी.
दोनों ने ‘लास्ट क्रिसमस’, ‘क्लब ट्रॉपिकाना’ और ‘यंग गन्स’ (गो फोर इट) जैसे हिट गाने दिए. दोनों 80 के दशक में अलग हो गए. माइकल ने 1988 में एकल एलबम ‘फेथ’ से एकल गायक के तौर पर सफल करियर की शुरुआत की. इस एलबम की दो करोड से अधिक प्रतियां बिकी थीं.
1998 में माइकल ने अपने समलैंगिक होने का खुलासा किया. अक्तूबर, 2006 में उन्होंने मादक पदार्थ के नशे में गाडी चलाने का अपराध कबूल किया जबकि 2008 में उन्हें मादक पदार्थ रखने के मामले में आगाह किया गया.
2008 में उन्होंने एक तरह से खुद को काम से दूर करते हुए लाइव प्रस्तुतियां देनी बंद कर दीं और सार्वजनिक चकाचौंध से दूर रहने लगे.
उत्तरी लंदन की एक दुकान में अपनी गाडी टकराते हुए अंदर घुसा देने के लिए सितंबर, 2010 में माइकल को आठ हफ्ते की जेल की सजा मिली और उनके गाडी चलाने पर पांच साल की रोक लगा दी गयी.
2011 में उन्हें निमोनिया होने के कारण वियना के एक अस्पताल में भर्ती किया गया.
2012 के लंदन ओलंपिक के समापन समारोह में उन्होंने अपना हिट गाना ‘व्हाइट लाइट’ गाया.
2013 में चलती कार से गिरने के बाद उनके सिर पर चोट लगी. उनके जीवन पर ‘फ्रीडम’ नाम की एक डॉक्यूमेंटरी बनी है जो आने वाले साल में रिलीज होगी.