मुंबई: अमृता फडणवीस का कहना है कि उनके पति देवेन्द्र फडणवीस के महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बन जाने से उनकी आकांक्षाओं पर कोई फर्क नहीं पडा है और वह इसे पूरा करना और सामाजिक मुद्दों पर काम करना जारी रखेंगी. ग्रामीण विकास जैसे सामाजिक कार्य की शुरआत करने वाली अमृता ने एक साक्षात्कार में बताया, ‘‘मेरे पति के मुख्यमंत्री बनने के बाद मुझमें बदलाव आए हैं. ये बदलाव सकारात्मक रहे. मैं सामाजिक थी लेकिन इतनी अधिक नहीं. मैंने पूरे मन से इस बदलाव को स्वीकार किया.”
उन्होंने कहा, ‘‘अगर मेरे पति के मुख्यमंत्री बनने से मुझे अपनी जीवन शैली में बदलाव करना पडता तो ये गलत होता. मैं अपनी आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए काम करती रहूंगी.” अमृता (38) ने दो गांव गोद लिए हैं और वह इस दिशा में काम करने वाले विभिन्न गैर-सरकारी संगठनों की सलाहकार भी हैं.उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य दोनों गांवों को ‘आदर्श ग्राम’ बनाना है. वह नई पीढी की ग्रामीण महिलाओं में सकारात्मक परिवर्तन चाहती हैं.पिछले सप्ताह अमृता ने तेजाब हमलों की पीडित महिलाओं और लडकियों के ‘कांफिंडेंस वॉक’ (फैशन शो) का आयोजन किया था.
इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इन महिलाओं में आम जीवन व्यतीत करने की बहुत अधिक चाह है. उन्होंने कहा कि वे आम जिंदगी जी सकें, इसके लिए उन्होंने पार्षदों से सहयोग मांगा है. अमृता ने कहा कि महिलाओं की आकांक्षाओं की पूर्ति के लिए परिवार का सहयोग बहुत ही जरुरी है. देवेन्द्र फडणवीस की पत्नी एक बैंकर के साथ-साथ गायिका भी हैं. हालांकि उनका मानना है कि वह बहुत चुनिंदा गाने ही गाती हैं