Aashim gulati:अभिनेता ने कहा कि अपारशक्ति खुराना से जलन होती है.. बतायी ये है वजह
बीते डेढ़ दशक से इंडस्ट्री में अपनी खास पहचान बनाने में जुटे अभिनेता आसिम गुलाटी ने इस इंटरव्यू में अपनी आनेवाली फिल्म के साथ मौजूदा दौर के अभिनेताओं के बारे में भी बात की है.
aashim gulati:आसिम गुलाटी ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत छोटे पर्दे से की थी.उसके बाद वह फिल्म तुमबिन 2 का हिस्सा बनें थे, लेकिन आसिम को लोकप्रियता ओटीटी के जरिए मिली. डिवाइडेड बाय ब्लड और जी करदा जैसी सीरीज में उनके काम को काफी सराहा गया. उनकी फिल्म ‘कहां शुरू कहां खत्म’ जल्द ही रिलीज होने वाली है।उनकी इस फिल्म और अब तक के कैरियर पर आसिम गुलाटी की उर्मिला कोरी से हुई बातचीत
एक बार फिर से फिल्म का चेहरा बनना यह अनुभव कितना खास है ?
निश्चित तौर पर मुझे अच्छा लग रहा है. मेरी फिल्म भानुशाली बैनर तले रिलीज होने जा रही है, यह बड़ी बात है.मुझे बड़े पर्दे पर वापस आने का मौका मिल रहा है और इस फिल्म के लेखक लक्ष्मण उतेकर सर को मुझ पर भरोसा है, इसका मतलब है कि मैंने इतने लंबे समय तक कुछ अच्छा किया है. मैं आज सही दिशा में चला हूं. मैं फिल्म की रिलीज के बाद दर्शकों की प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहा हूं. वैसे इस फिल्म ने मुझे दो बेहद ही कमाल के एक्टर्स के साथ काम करने का अनुभव दिया है.इस फिल्म के जरिए मुझे राकेश बेदी, सुप्रिया पिलगांवकर जैसे कलाकारों के साथ काम करने का मौका मिला. राकेश सर अपने काम के प्रति बहुत समर्पित और जुनूनी हैं. और सुप्रिया मैम बहुत ही शांत और मधुर स्वभाव की इंसान हैं.वह ऑफ कैमरा भी बहुत केयरिंग हैं.
इस फिल्म से सिंगर ध्वनि भानुशाली एक्टिंग में अपना डेब्यू कर रही हैं,आपने उन्हें क्या टिप्स दी ?
वे पूरी तैयारी के साथ फिल्म से जुडी हैं. हमने साथ में वर्कशॉप भी किया था तो शूटिंग के दौरान टिप्स देने की कोई नौबत नहीं आयी.मैं अपने अनुभव उनसे सांझा जरूर करता हूं. वैसे मुझे दस साल इंडस्ट्री में हो चुके हैं , लेकिन अभी भी मैं सीखने के प्रोसेस में हूं.अभी भी गलतियां करता हूं और उनसे सीखता हूं.
किसी प्रोजेक्ट से जुड़ने से पहले माध्यम को कितना महत्व देते हैं?
अपनी बात करूं तो मैं टेलीविज़न में काम करते समय मैं खुश था.ओटीटी पर काम करके बहुत खुश हूं.मेरी फिल्म दोबारा बड़े पर्दे पर रिलीज हो रही है, मैं अब भी खुश हूं.मैं बस काम करना चाहता हूं. इसलिए मैं माध्यम के बारे में ज्यादा नहीं सोचता.
क्या अब आपका फोकस फिल्में रहेंगी, ऐसी कोई रणनीति करियर को लेकर बना रहे हैं ?
बिल्कुल नहीं, आपके पास कोई रणनीति है मतलब आपके पास ईगो आ गया है कि मेरा तो ये हो जाएगा. मैं वो कर लूंगा. अपनी बात करूं तो मैं इतना चतुर नहीं हूं कि अपने करियर की प्लानिंग कर सकूं. मैं बस कदम दर कदम आगे बढ़ने में यकीन करता हूं और मैं आगे भी यही करूँगा.
आपका कोई फिल्मी बैकग्राउंड नहीं है. शुरुआत में यहां काम पाना कितना मुश्किल था?
मैं 2011 में मुंबई आया था और तब मैं किसी को नहीं जानता था. मुझे कुछ भी पता नहीं था कि किसको अप्रोच करूं।उस समय मेरी मदद मेरे परिवार ने की। लेकिन मुझे काम के लिए ज़्यादा इंतज़ार नहीं करना पड़ा.डेढ़ साल में ही मुझे काम मिलना शुरू हो गया, लेकिन हर चीज के लिए मैं अपने माता-पिता का आभारी हूं जो मेरे जीवन के वास्तविक निर्माता हैं.
अब आप आर्थिक रूप से कितने स्वतंत्र हो गए हैं?
मैंने अपने करियर की शुरुआत में खुद को आर्थिक रूप से सुरक्षित करने के लिए संघर्ष किया. टेलीविज़न ने मुझे आर्थिक रूप से बहुत सुरक्षित किया है.आज मैं आर्थिक रूप से अच्छी स्थिति में हूं इसलिए अपनी रुचि के अनुसार काम कर सकता हूं,जो प्रोजेक्ट मुझे पसंद नहीं है. उन्हें मैं मना कर पाता हूं. पैसे के बिना जीवन की जरूरतें काम से पहले आती हैं और फिर आपको समझौते करने पड़ते हैं.टीवी ने मुझे उस आर्थिक स्थिति में पहुंचा दिया है, जहाँ मुझे अपने बिल भरने के लिए कुछ भी करने की जरुरत नहीं है.
जी करदा में तमन्ना भाटिया और ‘ताज’ सीरीज में अदिति राव हैदरी के साथ आपकी केमिस्ट्री सभी को पसंद आई थी ,अब बॉलीवुड की किस एक्ट्रेस के साथ काम करना चाहेंगे ?
आलिया भट्ट मेरी पसंदीदा अभिनेत्री हैं. मैं उनके साथ काम करना चाहता हूं.वहीं शरवरी वाघ भी इनदिनों बहुत अच्छा कर रही हैं.
क्या किसी कलाकार को देखकर ईर्ष्या भी होती है कि काश मैं ऐसा काम कर पाता?
हां कुछ अभिनेताओं का काम मुझे प्रेरित करता है. इन एक्टर्स के काम को देखकर लगता है कि काश मैं भी इनकी तरह काम कर पाता. मुझे विक्की कौशल का काम बहुत पसंद है. राजकुमार राव तो हमेशा मुझे अपना फैन बना देते हैं.मुझे स्पर्श श्रीवास्तव, आदर्श गौरव, अभिषेक बनर्जी युवा कलाकारों में प्रभावित करते हैं.अपारशक्ति खुराना से तो जलन ही होती है, जिस तरह से वह एक के बाद एक अलग अलग काम कर रहे हैं.