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आजादी का अमृत महोत्सव: देश की महान संस्कृति-संगीत को पेश करेगा ‘स्वर्ण स्वर भारत’, कोलकाता में बोले कैलाश खेर

आजादी के अमृत महोत्सव पर कैलाश खेर ‘स्वर्ण स्वर भारत’ कार्यक्रम ला रहे हैं. प्रभात खबर से एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में कैलाश ने कहा कि यह देश की महान संस्कृति-संगीत को पेश करेगा... कार्यक्रम की ये है पृष्ठभूमि...

कोलकाता (नम्रता पांडेय): भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता था और आगे भी कहा जाता रहेगा. बीच में कुछ ऐसी स्थितियां बनीं, जिसमें बहुत सारी भ्रांतियां आयीं और लोग अलग-अलग पथ पर चलने लगे. लोग पश्चिमी संस्कृति का अनुसरण करके असामान्य जीवन जीने लगे. लेकिन, वास्तविकता यह है कि जब हम प्रकृति के साथ सामान्य जीवन जीते हैं, तो परमेश्वर के साथ जीते हैं.

ये बातें प्रसिद्ध गायक पद्मश्री कैलाश खेर ने कोलकाता प्रवास के दौरान ‘प्रभात खबर’ से विशेष साक्षात्कार में कहीं. उन्होंने कहा कि आज भी हमारे यहां कथावाचन व संभाषण होते हैं. देवत्व से परिपूरित बहुत सभाएं होती हैं, लेकिन वो प्रबंधित नहीं हैं. बिखरी-बिखरी हैं. उनमें पीढ़ियां आवंटित हो गयी हैं. एक पीढ़ी धर्मालय बना रही, तो दूसरी बिजनेस कर रही. तीसरी पीढ़ी सिर्फ पार्टियां ही कर रही है.

कैलाश खेर ने कहा कि ये असली भारत नहीं है. असली भारत वह है, जहां तीन पीढ़ियों के विचार अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन संस्कार एक ही हों. संस्कार जबसे विपरीत हुए हैं, तभी से मनुष्य विकृत हो गया है. उसके जीवन में दौलत और नाम आ गया है, लेकिन सब अलग-अलग हो गये हैं. बंट गये हैं. वही विच्छेदन बिगड़े स्वास्थ्य का घटक बना, क्योंकि संस्कार पोषित जीवन सरल होता है और सरलता का अभ्यास ही आध्यात्म है.

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कैलाश खेर ने कहा कि अध्यात्म में ऐसा कुछ नहीं है कि आप सब काम छोड़कर एक जगह बैठकर परमात्मा का नाम लें. उन्होंने बताया कि पिछले कुछ वर्षों में जिस प्रकार के अनुभव हुये हैं, उन अनुभवों के कारण एक विचार उत्पन्न हुआ. उसी की परिकल्पना है ‘स्वर्ण स्वर भारत’. आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य पर होने वाले इस विशेष कार्यक्रम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपनी शुभकामनाएं दी हैं.

कैलाश खेर के तीन अनुभव

कार्यक्रम में कैलाश खेर एक जज होंगे. उनकी कंनी कैलासा एंटरटेनमेंट तथा फैथम पिक्चर्स एवं जी टीवी के साथ को-प्रोड्यूसर भी है. उन्होंने बताया कि यह विचार एक कॉन्सर्ट के लिए यात्रा के दौरान लोगों की बातें सुनकर आया. एक गर्भवती महिला ने उन्हें बताया कि जब-जब वह उनके गीत ‘आदि योगी व अनादि अनंता’ (Aadi Yogi and Anaadi Ananta) सुनती हैं, तो उनके बच्चे की हलचल बढ़ जाती है. वो बहुत अनोखी और अलौकिक होती है.

दूसरा, जब मुझे न्यूयार्क से फोन पर एक साथी ने बताया कि उनके रिश्तेदार को गले का कैंसर हुआ है. वह लिखकर बात करते हैं. उन्होंने अपना शरीर छोड़ते समय लिखकर ‘अनादि अनंता’ (Anaadi Ananta) को लूप पर बजाने को कहा. श्री खेर ने कहा कि एक तरफ एक आती हुई आत्मा और दूसरी तरफ एक जाती हुई आत्मा पर पड़ने वाले संगीत के प्रभाव को देखकर उनके मन में आया कि क्यों न एक नया प्रयोग किया जाये.

तीन जज- ब्रह्मा, विष्णु और महेश

तब उनके मन में आया कि कैसे कोरोना महामारी ने पूरे विश्व को झकझोर कर जीवन का अर्थ समझा दिया. तब उन्होंने सोचा कि क्यों न इस तरह का शो लेकर आयें, जो अब से पहले कभी विश्व में न बना हो. जिसमें हमारे वेद, पुराण, शास्त्र, भक्ति और श्रद्धा से डूबे हुए प्रतियोगी इंडियन आइडल की तरह गाने भी गायेंगे. उसमें तीन जज ब्रह्मा, विष्णु व महेश के रूप में होंगे. तीन जज भी अध्यात्म से जुड़े भाव, सुर व साज को लेकर अपने सुझाव प्रतिभागियों को देंगे.

अमितभ बच्चन भी लोगों को करेंगे प्रेरित

उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में जज के रूप में प्रसिद्ध गायक सुरेश वाडेकर, प्रसिद्ध कवि कुमार विश्वास व खुद कैलाश खेर होंगे. कार्यक्रम का संचालन अभिनेता रवि किशन करेंगे. उन्होंने बताया कि कार्यक्रम का हर एपिसोड विशेष होगा, क्योंकि इसमें कोई न कोई संत, महामंडलेश्वर या कोई बड़ी विभूति इसमें शिरकत करेंगे. कार्यक्रम के दौरान अभिनेता अमिताभ बच्चन भी अपनी जीवनशैली से प्रतिभागियों को प्रेरित करने आयेंगे.

Posted By: Mithilesh Jha

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