Drishyam movie :एक्टर ऋषभ चड्ढा ने कहा दृश्यम जैसा किरदार अब कभी नहीं करूंगा..
एक्टर ऋषभ चड्ढा ने इस इंटरव्यू में डिवोर्स के लिए कुछ भी करेगा के साथअपने अब तक के कैरियर की सबसे चर्चित फिल्म दृश्यम के बारे कुछ बातें शेयर की हैं.
drishyam movie :वेब सीरीज डिवोर्स के लिए कुछ भी करेगा इनदिनों ओटीटी प्लेटफार्म जी 5 पर स्ट्रीम कर रही है. इस शो में अभिनेता ऋषभ चड्ढा आशु की भूमिका में नजर आ रहे हैं.उनके इस प्रोजेक्ट के साथ -साथ उनके कैरियर की सबसे लोकप्रिय फिल्म दृश्यम पर भी उन्होंने उर्मिला कोरी से बातचीत की. पेश है बातचीत के प्रमुख अंश
शो का कांसेप्ट पसंद आया था
इस सीरीज के निर्देशक अंकुर सर को मैं पहले से ही जानता हूं. उन्होंने मुझे स्क्रिप्ट, टाइटल और मेरे किरदार के बारे में बताया।मैंने ऑडिशन दिया. उसके बाद और बहुत सारे ऑडिशन दिए और मैं इस प्रोजेक्ट के लिए चुन लिया गया. मुझे शो का कांसेप्ट काफी पसंद आया था.लोगों ने ऐसी वेब सीरीज बहुत देखी है, जहां लोग प्यार के लिए लड़ रहे हैं लेकिन यहां पर दो लोग अलग होने के लिए लड़ रहे हैं.मुझे लगता है कि इस शो की यही यूएसपी है.
अच्छा को एक्टर सीन को अच्छा बनाता है
इस शो में मेरी को एक्टर एबीगैल बहुत ही कमाल की एक्ट्रेस हैं. मुझे लगता है कि वह हर किरदार को कर सकती हैं. वैसे अच्छे एक्टर के साथ काम करने की सबसे अच्छी बात ये होती है कि आपका काम भी अच्छा हो जाता है. आपको ज्यादा सोचने की जरुरत नहीं पड़ती है.आपको पता है कि जैसा स्क्रिप्ट पर है वैसा परदे पर आएगा. रिहर्सल भी अच्छी होगी, जो हमारे पास मटेरियल है. उसके अनुरूप तो कोई भी परफॉर्म कर लेगा, लेकिन अच्छा एक्टर मिले हुए मैटेरियल में भी एनहान्स करके परफॉर्म कर लेते हैं. यही एबीगैल ने किया है.
कॉमेडी आसान नहीं थी
मैंने तीन साल थिएटर किया है.इसके अलावा मैं चीजों को बहुत ही ज्यादा ऑब्ज़र्व करता हूं. मुझे लगता है कि आप जितनी तैयारी करोगे. उतना बेटर करोगे. इस सीरीज में मुझे खुद को बहुत ही रीयलिस्टिक और रॉ रखना था. जब आप रोमांटिक कॉमेडी करते हैं तो मुझे लगता है कि आप थोड़ा ओवर द टॉप खुद को एक्सप्रेस कर सकते हैं.शुरुआत में मुझे खुद को उस तरह से स्विच करने में थोड़ा वक्त लगता है, लेकिन जब एक बार वह स्विच ऑन हो जाता है ,तो मुझे बहुत मजा आता है. इस सीरीज की शूटिंग के दौरान भी वही हुआ.
तलाक की यह वजह होती है
हमारा शो तलाक के मुद्दे को हलके फुल्के ढंग से दिखा रहा है. मैं इस बात को मानता हूं कि मौजूदा समय में यह बहुत महत्वपूर्ण मुद्दा बन गया है. तलाक के बढ़ते वजहों पर मैं इतना ही कह सकता हूं कि लोग एकदूसरे को वक्त नहीं देते हैं. जब मैं कहता हूं कि वक्त नहीं देते हैं। इसका मतलब ये नहीं है कि साथ में समय बिताओ। मेरे कहने का मतलब है कि अगर तकलीफ है तो तकलीफ को भी वक्त देना पड़ता है. शादी निभानी पड़ती है. इतना आसानी से आपको रिश्ते को नहीं छोड़ना चाहिए
मैं शादी भी करूंगा और बच्चे भी
अपनी बात करूं तो मुझे शादी के कांसेप्ट पर बहुत यकीन है. मैं शादी भी करूंगा और बच्चे भी. आजकल लोग शादी तो कर रहे हैं लेकिन पेरेंट्स नहीं बनना चाहते हैं. अरे जब पेरेंट्स ही बनना है तो शादी क्यों करनी है. शादी करनी है तो बच्चे भी करिये.बच्चे नहीं चाहते हैं तो शादी भी मत कीजिये ,असली मजा बचपने और बच्चों के साथ ही है.
फॉलोअर्स नहीं क्राफ्ट देखिये
मुझे पता है कि हम फिल्म के बिजनेस में हैं। लोग देखेंगे तो शो चलेगा.लोगों का पैसा लगा है भाई साहब. अगर निर्माता सोचता है कि मैं इंलुएंसर को लाऊंगा, तो ज्यादा लोगों को कैटर कर पाऊंगा. ज्यादा लोग देखेंगे सही बात है,लेकिन चीज अच्छी नहीं होगी तो फिर क्या करोगे. मेरा यही सवाल निर्माताओं से हैं. विक्रांत मैसी और राजकुमार राव की जर्नी है. इस स्त्री ने सबसे ज्यादा कमाई की है. कई इन्फ्लुएंसर्स के उनसे ज्यादा फॉलोअर्स हैं. कुछ निर्देशक और निर्माता हैं, जो अलग सोचते हैं. वैसे मैं डायरेक्टर्स को खुद सामने से बोल देता हूं कि अगर आप फॉलोअर्स की सोच कर कास्ट कर रहे हैं, तो मुझे मत कास्ट कीजिये. अगर क्राफ्ट और मेहनत चाहते हैं ,तो मैं आपकी बेस्ट चॉइस हूं.
दृश्यम जैसा नहीं करना
मेरे अभिनय के करियर में सबसे ज्यादा पहचान मुझे दृश्यम फिल्म से मिली थी. फिल्म का विलेन मैं था. उस फिल्म की रिलीज के बाद मुझे लोग पहचानने लगे थे. ऑफर्स की बाढ़ आ गयी थी,लेकिन दिक्कत यह थी कि सब उसी तरह के किरदार थे लेकिन मैंने भी तय कर लिया था कि मैं उस तरह का रोल नहीं करूंगा. कई बड़े बजट की फिल्मों को भी मना किया था क्योंकि मैं खुद को टाइपकास्ट नहीं करना चाहता हूं. एक आउटसाइडर के लिए यह आसान फैसला नहीं था, लेकिन मैं अलग -अलग किरदार करने के लिए एक्टिंग में आया हूं.
आनेवाले शो
मेरे आनेवाले प्रोजेक्टस की बात करूं तो तीन वेब शो है और एक फिल्म है. काफी दिलचस्प लाइन अप है.