मिलिए बिहार के आकाश कुमार सिंह से..जिन्होंने मुंबई के फुटपाथ से उठकर ‘हुनरबाज़ देश की शान’ में बनायी पहचान
रियलिटी शो हुनरबाज देश की शान में बिहार के आकाश कुमार सिंह अपने पहले एरियल एक्ट्स से ही जजेस मिथुन चक्रवर्ती, परिणीति चोपड़ा और करण जौहर से वाहवाही बटोरने के साथ साथ उनकी आंखों को भी नम कर गए.
कलर्स चैनल के रियलिटी शो हुनरबाज देश की शान में बिहार के आकाश कुमार सिंह अपने पहले एरियल एक्ट्स से ही जजेस मिथुन चक्रवर्ती, परिणीति चोपड़ा और करण जौहर से वाहवाही बटोरने के साथ साथ उनकी आंखों को भी नम कर गए. आकाश इस रियलिटी शो को जीतकर बिहार और अपने माता पिता का सम्मान बढ़ाने का सपना देखते हैं. उनके अब तक के संघर्ष औऱ भविष्य को लेकर उनकी योजनाओं पर उर्मिला कोरी से हुई बातचीत के प्रमुख अंश
रियलिटी शो हुनरबाज़ देश की शान का हिस्सा बनने के बाद आप क्या बदलाव पा रहे हैं
जो लोग और रिश्तेदार पहले मेरे घरवाले और मुझे पूछते नहीं थे. शो ऑन एअर होने के बाद अब वही लोग मेरे घरवालों से मिलने के लिए जा रहे हैं.मुझे भी कॉल और मैसेज कर रहे हैं.इसके साथ ही यह भी बताना चाहूंगा कि
मुम्बई आने के बाद मेरी सबसे बड़ी लड़ाई पेट से ही जुड़ी थी.खाने के लिए बहुत तरसा हूं.
इस शो का हिस्सा बनने के बाद बहुत अच्छा अच्छा खाने को मिल रहा है. इस शो के सेट पर चिकन, पनीर सबकुछ मिल रहा है.
आप भागलपुर से मुम्बई कब आए थे
2018 के नवम्बर में मुंबई आया था.एक रियलिटी शो के लिए ही मुंबई आया था लेकिन मुम्बई आने के बाद उस रियलिटी शो वालों ने मुझे कांटेक्ट ही नहीं किया है. मुंबई में किसी को जानता नहीं था औऱ गांव में बोलकर आया था कि मैं टीवी पर आऊंगा.इसके अलावा मेरे गाँव में कोई स्कोप नहीं था क्यूंकि मैं एरियल एक्ट करता हूं.किसी को उसके बारे में पता भी नहीं था.लोगों हंसी उड़ाते कि पेड़ पर ये लटकता रहता है.तय कर लिया था कि वापस गांव नहीं जाना है.मुम्बई में ही कुछ करना है.
मुम्बई के संघर्ष भरे सालों में आपने अपनी प्रतिभा को किस तरह से निखारा
कोशिश थी.लोगों से पूछते पूछते शिवाजी पार्क पहुंच गया. देखा वहां पर बहुत लोग क्रिकेट खेलते हैं.मलखम भी होता है.शिवाजी पार्क में मुझे एक पेड़ दिख गया.मैं खुश हो गया. मैं वहीं प्रैक्टिस करता था और सो जाता था.तीन से चार दिन ऐसे ही बीत गए. फुटपाथ पर सो जाता था. गुरुद्वारे जाकर खाना खा लेता .मुझे पता नहीं था कि पेड़ पर प्रैक्टिस करने के लिए भी यहां परमिशन की ज़रूरत होती है.मैं गाँव से था तो मुझे इसकी जानकारी नहीं थी. वहां पर एक सर थे उदय देशपांडे. उस जगह पर उनकी संस्था सक्रिय थी.उन्हें मालूम पड़ा कि एक लड़का यहां प्रैक्टिस करता है.यही रहता है.उन्हें लगा कि अगर प्रैक्टिस करते हुए चोट लग गयी या कुछ हो गया तो उनपर सवाल उठेंगे. मुझे लगा वो जगह भी छीन जाएगी.मैं रोने लगा और रोते रोते सबकुछ बता दिया और कहा कि सर मैं जो एक्ट करता हूं.वो आप एक बार देख लो क्योंकि मुझे अपनी प्रतिभा पर भरोसा था कि जो भी मेरा एक्ट देखेगा.वो मुझे मना नहीं करेगा. उन्हें बहुत अच्छा लगा . जिसके बाद उन्होंने मेरी बहुत मदद की.फुटपाथ से उठाकर वे मुझे संस्था के जिमखाना में लेकर गए जहां मेरी प्रैक्टिस के साथ साथ रहने का भी इंतजाम उन्होंने किया. अपने खाने पीने के खर्चे के लिए मैंने अखबार से लेकर दूध बेचा. उसके बाद रातमें सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करने लगा और दिन में प्रैक्टिस करता था. हुनरबाज के लिए सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी से कुछ दिनों के लिए ब्रेक लिया है.
आप मुम्बई रियलिटी शोज के लिए आए थे तो फिर आपने रियलिटी शोज में किस्मत आजमाने में चार साल का लंबा वक़्त क्यों लिया
मैंने तय किया था कि मैं इतनी मेहनत करूंगा कि लोग मुझे सामने से रियलिटी शो के लिए लोग बुलाएंगे.2018 के आखिर में आया था.एक साल तैयारी की फिर 2020 से तो लॉक डाउन ही लग गया. मैं बताना चाहूंगा कि पूरे लॉक डाउन में सभी लोग घर में रहते थे .मैं अकेला शिवाजी पार्क में प्रैक्टिस करता था.कई बार पुलिस वाले आते थे मुझे भगाने तो मैं उनसे गिड़गिड़ाता कि सर मुझे कुछ करना है.मुझे प्रैक्टिस करने दीजिए.वो फिर मान जाते थे लेकिन कहते कि किसी और को आने मत देना. मैं अपने वीडियोज सोशल मीडिया पर डालता रहता था तो उसको देखकर हुनरबाज देश की शान वालों ने मुझे कांटेक्ट किया.जो लोग अच्छा करते हैं.वे उन्हें खोजते रहते हैं.
एरियल एक्ट के प्रति आपका रुझान कैसे हुआ
मैं बिहार में भागलपुर से जमसी गांव से हूं .पापा ड्राइवर का काम करते हैं तो वो भागलपुर शहर में ही काम करते थे तो हमलोग भागलपुर ही आ गए.गांव में हमारा घर नहीं था . खाने पीने की भी दिक्कत थी इसलिए शहर आ गए लेकिन परेशानियां कम नहीं हुई.पापा 4 हज़ार कमाते थे डेढ़ हज़ार घर के भाड़े में चले जाते थे. पापा की मदद के लिए नाईट शिफ्ट में सिक्योरिटी गार्ड का काम करने लगा.दिन में पढ़ाई और डांस करता था.मैं डांस सीखने लगा. वी बोइंग किया.उसके बाद कंटेम्पररी स्टाइल.देखा कि सभी लोग डांस कर रहे हैं.समझ आने लगा था कि जो सब कर रहे हैं अगर मैं भी वही करूंगा तो कभी अपनी पहचान नहीं बना पाऊंगा. मैंने मोबाइल पर विदेश के रियलिटी शो देखें जहां मैंने एरियल एक्ट करते लोगों को देखा.देखकर लगा कि मैं कर लूंगा.पता नहीं था कि एरियल एक्ट अलग कपड़े पर होता है. मैंने टेंट बांधने वाला कपड़ा ले लिया.सोचा कि लंबा होता है बस यही बात काफी है. एरियल एक्ट करते हुए कई बार मेरे शरीर पर कट लग जाता था.शरीर से खून निकलने लगता था लेकिन मैंने जारी रखा .खुद की वीडियो बनाता और देखता कि मेरे पैर और हाथ के पोज सही है या नहीं.उसी दौरान मैंने इंडिया गॉट टैलेंट रियलिटी शो का ऑडिशन दिया.उन्होंने कोलकाता आने को कहा वहां भी मेरा सेलेक्शन हो गया फिर मुम्बई बुलाया लेकिन यहां आने के बाद उन्होंने मुझे कांटेक्ट किया.उसके बाद मेरे साथ क्या क्या हुआ.ये मैं पहले भी बता चुका हूं. रियलिटी शो में आने के लिए मैंने अपनी बीकॉम की पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी थी.सेकेंड ईयर में था.उसका मुझे बहुत अफसोस है.
हुनरबाज़ देश की शान शो से आप क्या बदलाव अपनी ज़िंदगी में चाहते हैं
मैं चाहता हूं कि अब फिर से मुझे पेड़ के नीचे ना सोना पड़े.अगर कोई प्रतिभाशाली इंसान मेरी तरह मजबूर है तो मैं उसकी मदद कर सकूं. इतना काबिल खुद को बनाना चाहता हूं. मैं एरियल एक्ट में और कुछ नया प्रयोग करना चाहता हूं.हुनरबाज देश की शान रियलिटी शो को जीतने के बाद मैं विदेशी रियलिटी शो का हिस्सा बनना चाहूंगा.वहां भी बिहार और भारत का गौरव बढ़ाना चाहता हूं.