रणवीर सिंह, दीपिका पादुकोण और शाहिद कपूर की फिल्म ‘पद्मावत’ को करणी सेना की वजह से भारी विरोध का सामना करना पड़ा था. सोशल मीडिया पर भी फिल्म की खूब आलोचना हुई थी. अब अक्षय कुमार की फिल्म ‘पृथ्वीराज’ करणी सेना की नजरों में चढ़ गई है. बीते दिनों जयपुर में फिल्म की शूटिंग को करणी सेना द्वारा रोके जाने की खबर आ रही है.
करणी सेना ने फिल्म के मेकर्स से लिखित आश्वासन मांगा है कि इस फिल्म मे ऐतिहासिक तथ्यों के साथ किसी भी तरह से छेड़छाड़ नहीं की जायेगी. मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक, करणी सेना के अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना ने अपने संगठन के सदस्यों के साथ शनिवार को जयपुर के जमवारागढ़ गांव में चल रही शूटिंग को रोका.
हालांकि फिल्म के निर्देशक चंद्रप्रकाश द्विवेदी ने भरोस दिलाया है कि फिल्म की स्क्रिप्ट में फिल्म के ऐतिहासिक तथ्यों के साथ किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ नहीं की गई है. बावजूद इसके करणी सेना ने लिखित में भरोसा मांगा है. खबरों के अनुसार, सेट पर जब यह हंगामा हुआ तो अक्षय उस समय वहां मौजूद नहीं थे.
एक वेबसाइट से बातचीत में महिपाल सिंह मकराना ने बताया कि,’ हमने सुना है कि फिल्म में रोमांटिक दृश्य होंगे और पृथ्वीराज चौहान की बहादुरी दिखाने के बजाय इसे एक प्रेम कहानी के रूप में चित्रित किया जाएगा. यह हमें स्वीकार्य नहीं है. हमने निर्देशक को बताया कि हम इसकी शूटिंग राजस्थान में तब तक नहीं होने देंगे, जब तक कि हम इसकी स्क्रिप्ट नहीं पढ़ लेते.”
हालांकि रिपोर्ट्स के अनुसार, महिपाल सिंह का कहना है कि फिल्म के निर्देशक चंद्र प्रकाश के साथ उनकी स्क्रिप्ट को लेकर बातचीत हो गई है. उन्होंने कहा,’ हमने उन्हें (चंद्रप्रकाश द्विवेदी) बता दिया है कि फिल्म में ऐतिहासिक तथ्यों से किसी भी तरह का खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जायेगा.’ उन्होंने यह भी बताया कि, ‘फिल्म में पृथ्वीराज चौहान प्रेमी की तरह नहीं दिखाये जायेंगे. निर्देशक ने भरोसा जताया है कि फिल्म में ऐसी किसी तरह की चीज नहीं होगी लेकिन हमने लिखित आश्वासन मांगा है.’
गौरतलब है कि साल 2018 में रिलीज हुई फिल्म ‘पद्मावत’ के लिए करणी सेना काल बन गई थी. फिल्म का इस कदर विरोध हुआ कि फिल्म का नाम ‘पद्मावती’ से बदलकर ‘पद्मावत’ कर दिया गया. सेट पर तोड़फोड़ भी हुई थी. फिल्म के निर्देशक संजय लीला भंसाली के साथ मारपीट भी हुईं थीं जिसमें उन्हें चोटें आई थीं. जिसके बाद फिल्म राजस्थान से लौट आई थी. फिल्म को अंत तक राजस्थान में रिलीज नहीं होने दिया गया था.