कोरोना वायरस के कारण सारे टीवी और फिल्मों की शूटिंग बंद है. इसकी वजह से जनता की मांग पर दूरदर्शन पर दोबारा से रामायण और महाभारत टेलीकास्ट किया जा रहा है. अब ऐसा देखा जा रहा है कि कभी रामायण का शो 10 मिनट पहले खत्म हो जाता है तो कभी शो 15 मिनट और लंबा चलता है. ऐसे में दर्शक क्ंफयूज है कि ऐसा क्यों हो रहा है. हालांकि इसके पीछे कारण ये बताया जा रहा है कि जिस तरह सोशल मीडिया पर इसका बज बन रहा है, शो वैसे ही दिखाया जा रहा है.
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अक्सर ऐसा देखा जाता है कि अगर किसी शो में दर्शक खास रुचि लेने लगे या उसका बज सोशल मीडिया पर ज्यादा दिखने लगे, तो उस शो में मेकर्स बदलाव कर देते हैं. हालांकि रामायण में तो कुछ बदला नहीं जा सकता है. इस स्थिति में शो के रिपीट टेलिकास्ट का तरीका अपनाया जा सकता है.
दूरदर्शन के सामने रामायण को लॉकडाउन के खत्म होने पूरा खत्म करने की चुनौती थी. ऐसे में बहुत खास-खास दृश्यों को ही दिखाया जा रहा था. इस बात से रामायण के प्रसारण को अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिस रामायण को साल 1987-88 में प्रसारित करने में एक साल से भी अधिक का समय लगा उस रामायण में कुंभकरण वध तक कहानी महज 21 दिन के लॉकडाउन में 20 दिनों के भीतर दिखा दिया गया. मुमकिन है कि इसे 15 अप्रैल के आसपास में पूरा करने का विचार किया गया हो.
लेकिन अब पीएम मोदी ने लॉकडाउन को आगामी 3 मई तक जारी रखने को कहा है. अब शो को आगामी 3 मई के आसपास तक पहुंचाने की चुनौती होगी. इसी बीच हुआ कि 13-14 अप्रैल को प्रसारित शो में कुंभकरण के किरदार को लोगों जमकर पसंद किये. अब 14 अप्रैल के शो में उनका वध हो गया है. वहीं, इधर कुंभकरण की शव को देखकर रावण पूरी तरह से आग-बबूला हो गया है.
इससे पहले लोगों को रामायण में कुंभकर्ण के जागने का इंतजार था. कुंभकर्ण खुद नहीं जागा, उसे जगाया गया. ढोल-नगाड़े बजाये गए, तीर-भाले चुभाए गए, तन पर पानी बहाया गया, सुस्वादु भोजन परोसा गया. आखिर पकवानों की महक से कुंभकर्ण जाग उठा. रामायण के इस पात्र को लोग खूब पसंद करते हैं. सीरियल पूरा भी नहीं हुआ था और सोशल मीडिया पर #Kumbhkaran ट्रेंड हो गया. कुंभकर्ण सोते रहने के लिए ही जाना जाता है, इसलिए यूजर्स खुद की, दोस्तों की तुलना करते हुए मजेदार पोस्ट करने लगे.
गौरतलब है कि रामानंद सागर के पौराणिक धारावाहिक रामायण तीन दशक से अधिक पुराना है और इसने 2015 के बाद से हिंदी जीईसी शो के लिए उच्चतम रेटिंग प्राप्त कर छोटे पर्दे पर ऐतिहासिक वापसी की. ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल की एक रिपोर्ट के अनुसार, रामायण ने पिछले सप्ताहांत के चार शो में 170 मिलियन दर्शकों की भागीदारी की.