Baba Siddique: महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और अजीत पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के वरिष्ठ नेता बाबा सिद्दीकी की शनिवार शाम मुंबई के बांद्रा पूर्व में तीन अज्ञात व्यक्तियों की ओर से गोली मारकर हत्या कर दी गई. उन्हें तुरंत लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. मुंबई पुलिस ने एक बयान में पुष्टि की थी कि गोलीबारी निर्मल नगर में कोलगेट ग्राउंड के पास उनके विधायक बेटे जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के बाहर हुई. दो से तीन राउंड फायरिंग की गयी. नेता को 15 दिन पहले ही जान से मारने की धमकी मिली थी और जिसके बाद उन्हें ‘वाई’ कैटेगरी की सुरक्षा दी गई.
आरोपियों ने कैसे बाबा सिद्दीकी को मारने की रची थी साजिश
कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की संलिप्तता और भीड़भाड़ वाले इलाके में किए गए हमले ने गंभीर चिंताएं पैदा कर दी. हत्या से महीनों पहले, आरोपियों- धर्मराज कश्यप, शिवकुमार गौतम और गुरनेल सिंह ने सिद्दीकी की गतिविधियों पर नजर रखी थी. पुलिस के मुताबिक, तीनों ने डेढ़ से दो महीने तक मुंबई में रहकर सिद्दीकी के घर और कार्यालय परिसर की रेकी की. गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने कथित तौर पर शूटरों को 50,000 रुपये पहले दिए थे और हत्या के बाद 2 लाख रुपये और देने का वादा किया था.
बाबा सिद्दीकी को लगी थी तीन गोलियां
एक पुलिस सूत्र ने खुलासा किया कि आरोपी सितंबर की शुरुआत में शहर में आए थे, उसने कुर्ला में एक कमरा किराए पर लिया था. पुलिस ने कहा कि आरोपियों को पहचान के लिए सिद्दीकी की तस्वीरें दी गईं. हत्या की साजिश की योजना सितंबर से पहले बनाई गई थी, जिसमें गौतम ने सिद्दीकी पर छह गोलियां चलाईं, जिसमें उन्हें तीन गोलियां लगीं.
आरोपियों ने कैसे दिया साजिश को अंजाम
हमलावरों ने काली मिर्च स्प्रे का उपयोग करके सिद्दीकी के पुलिस गार्ड को न्यूट्रीलाइज कर दिया और पास के पार्क की ओर भाग गए. पुलिस अधिकारियों ने वायरलेस अलर्ट का जवाब देते हुए पार्क को घेर लिया और दो संदिग्धों को पकड़ लिया. हमला सिद्दीकी के बेटे जीशान के ऑफिस के बाहर रात करीब साढ़े नौ बजे हुआ. एक पुलिस गार्ड की मौजूदगी के बावजूद, हमलावरों ने आतिशबाजी और भीड़ का फायदा उठाया.
बाबा सिद्दीकी ने पुलिस को नहीं किया था अलर्ट
निर्मल नगर के एक पुलिस सूत्र ने कहा, “सिद्दीकी के पास कुछ समय के लिए सुरक्षा के रूप में तीन पुलिसकर्मी थे – दो दिन की ड्यूटी पर और एक रात में. उन्होंने पुलिस को किसी भी धमकी भरे मैसेज या फिर कॉल के बारे में अलर्ट नहीं किया था. जिसका फायदा हमलावरों ने उठाया. गिरफ्तार संदिग्धों के पास से, पुलिस ने दो ग्लॉक स्वचालित पिस्तौल, 28 गोलियों से भरी चार मैगजीन, चार मोबाइल फोन, आधार कार्ड और एक बैग बरामद किया.