bheema serial में छोटी भीमा की भूमिका निभा रही तेजस्विनी सिंह इस शो का चेहरा है.इससे पहले वह श्रावणी शो में नजर आयी थी, जिसमें उनकी भूमिका नेगेटिव थी. यह पहला मौका है, में ना सिर्फ पॉजिटिव हैं बल्कि शीर्षक भूमिका में हैं. इस शो से उनके जुड़ाव और शूटिंग से जुड़ी चुनौतियों पर उर्मिला कोरी पर हुई बातचीत
भीमा शो का हिस्सा आप किस तरह से बनी ?
मैंने शो के लिए ऑडिशन दिया था. उसके जरिये ही मुझे चुना गया.इस शो का प्रोमो आया था,तो टीवी पर मेरा चेहरा देखकर मेरी बुआ रोने लगी थी. जयपुर से मेरे दोस्तों का भी फ़ोन आया.मैं बहुत खुश हूं,बहुत अच्छा लग रहा है.मेरी मां और पापा भी बहुत खुश हैं. वह जयपुर में मेरे भाई बहनों के साथ रहती हूं. मैं मुंबई में अपनी दादी और बुआ के साथ रहती हूं. मेरे साथ सेट पर मेरी दादी आती है.
स्क्रिप्ट की लम्बी लम्बी लाइन याद करने में मुश्किल होती हैं?
मैं खुद यूपी से हूं तो मुझे लैंग्वेज से दिक्कत नहीं है.हां स्क्रिप्ट की लाइन्स लम्बी लम्बी होती हैं. उसे मैं खुद से याद करती हूं, लेकिन कई बार मैं यह भूल जाती हूं कि मुझे इसको बोलते हुए हंसना हैं या रोना हैं. स्मिता जी जो शो में मेरी मां बनी हैं, तो वह मेरी मदद करती हैं कि अभी कैसा रिएक्शन देना हैं. अभी क्या करना है. ये सभी बातें वह मुझे बताती हैं.मुझे कोई थोड़ा समझाता है, तो मैं समझ जाती हूं.
सीरियल में आपके पिता बने एक्टर अमित भारद्वाज ने बताया कि एक दिन आप शूटिंग के दौरान रोने लगी थी ?
(हंसते हुए )हां एक दिन एक सीक्वेंस की शूटिंग में शो में हमारा जो घर है , उसके सारे सामान को फेंक दिया गया था और जो ों स्क्रीन मेरे माता पिता बने हैं। वो रो रहे थे तो मुझे भी रोना आ गया था और मैं जोर – जोर से रोने लगी थी.फिर सभी ने मुझे बताया कि सब एक्टिंग है फिर भी मुझे चुप होने में समय लगा.
शूटिंग के दौरान क्या कभी बीमार भी हुई है ?
भीमा की शूटिंग में मुझे साफ सुथरे और नए कपड़े ही पहनाते हैं. पहनाने के बाद ऊपर से मिट्टी लगाते हैं क्योंकि मेरा किरदार एकदम गरीब है,लेकिन दिक्कत यह है कि कई बार सीन लम्बा होता है, तो ज्यादा समय तक गंदे कपड़े पहने रहने से मुझे एलर्जी हो जाती हैं. हाल ही में मेरे पूरे शरीर पर दाने आ गए थे.डॉक्टर को दिखाया तो उन्होंने बोला धूल मिट्टी की वजह से हुआ है.
आप अपनी पढाई को शूटिंग के बीच कैसे मैनेज करती हैं ?
मैं आठ साल की हूं और चौथी क्लास में हूं.ऑनलाइन क्लास के जरिये ही अपनी पढ़ाई करती हूं. मैं हर दिन कम से कम एक पेज पढ़कर ही सोती हूं. मेरे पापा भी चाहते है कि मैं पढ़ाई को एक्टिंग के साथ मैनेज करुं तो मैं यह दोनों करती हूं.अगर मेरे दिन भर के शेड्यूल की बात करूं तो छह से सात घंटे हर दिन मैं शूट करती हूं.उसके बाद मेरा ऑन लाइन क्लास होता है.मैं पढाई में अच्छी हूं.बस मैथ में मेरा मन नहीं लगता है.
एक्टिंग में आपका रुझान कैसे हुआ ?
मेरी बुआजी अहसाना सिंह की वजह से मैं यहां हूं. वो भी एक्ट्रेस हैं , तो उनके काम देखते हुए मुझे भी अभिनय से प्यार हो गया.वो मेरा काम सब देखती हैं.वही मुझे सीरियलों के ऑडिशन पर भेजती हैं.वह मुझे एक्टिंग के बारे में भी बताती हैं कि एक्टिंग करते हुए किन बातों का ख्याल रखना चाहिए.मुझे एक्टिंग से बेहद लगाव है. मैं बड़ी होकर एक्ट्रेस ही बनना चाहती हूं
सेट पर दूसरे बच्चे भी हैं ?
हां सीरियल में मेरी एक बड़ी बहन भी है.मैं शूटिंग में जब भी ब्रेक मिलता है. उनके साथ आउ मीनो सिलो खेलती हूं.वैसे सीरियल में जो मेरी मां बनी हैं.मैं उनके साथ भी खेलती हूं.
टीवी पर आपको क्या देखना पसंद है ?
मैं कार्टून शो देखती हूं. डोरेमोन देखना मुझे बहुत पसंद हैं.सीरियल की बात करूं तो भाबीजी घर पर हैं मुझे पसंद है. अंगूरी भाभी जिस तरह से सही पकड़े हैं बोलती हैं. मुझे अच्छा लगता है. हाल ही में मैं उस सीरियल के सेट पर भी गयी थी और सभी लोगों से मिली थी.
आपके पसंदीदा एक्टर कौन हैं ?
मुझे सलमान खान बहुत पसंद हैं. मुझे उनके साथ काम करने का मेरा सपना हैं.