‘स्ट्रगलर थियेटर फेस्टिवल’ : चार वचन दे गया चरणदास चोर
पटना : कालिदास रंगालय में चल रहे ‘स्ट्रगलर थियेटर फेस्टिवल’ के दूसरे दिन शनिवार को दि स्ट्रगलर्स द्वारा चरणदास चोर का मंचन किया गया. रोशन कुमार के निर्देशन में इस नाटक का मंचन किया गया. नाटक में चरणदास एक चोर होता है और वो इस काम को इमानदारी से करने में विश्वास रखता है. एक […]
पटना : कालिदास रंगालय में चल रहे ‘स्ट्रगलर थियेटर फेस्टिवल’ के दूसरे दिन शनिवार को दि स्ट्रगलर्स द्वारा चरणदास चोर का मंचन किया गया. रोशन कुमार के निर्देशन में इस नाटक का मंचन किया गया. नाटक में चरणदास एक चोर होता है और वो इस काम को इमानदारी से करने में विश्वास रखता है. एक बार वो एक संतबाबा के पास पहुंचता है और उसे गुरु मानकर चार वचन देता है, वो सोने की थाली में नहीं खायेगा, वो हाथी पर चढ़कर जुलूस में नहीं जायेगा, वो राजकुमारी से विवाह नहीं करेगा और वो किसी देश का राजा नहीं बनेगा.
साथ ही गुरुजी उससे झूठ न बोलने का प्रण भी दिलवा देते हैं. चरणदास सत्य बोलकर भी सफलतापूर्वक चोरी करता रहा और गुरुजी के कहने पर उसने एक अंतिम चोरी करने के बाद चोरी छोड़ देने का प्रण किया. वो चुनौती के तौर पर राजकोष को लूटने जाता है और कुछ घटनाएं घटती हैं. अंतत: चरणदास सत्य बोलने और अपना वचन निभाने के अपराध में असमय ही मार डाला जाता है.
ये नाटक मूलत: राजस्थान की लोककथा पर आधारित है, जिसे रंगविभूति हबीब तनवीर ने नाट्य रूपांतरित किया है. नाटक में श्वेता कुमारी, प्रिया शर्मा, विसाल कुमार गुप्ता, सन्नी राज, सौरभ सागर, आदित्य कुमार व अन्य ने अभिनय किया.