बिग बॉस 14 में जल्द ही राहुल महाजन बतौर चैलेंजर प्रतियोगी घर में एंट्री करने वाले हैं. राहुल कहते हैं कि इस बार बिग बॉस का इतिहास बदलेगा जो चैलेंजर्स आ रहे हैं उनमें से ही कोई विनर बनेगा. हम आनेवाले एपिसोड्स में जो प्रतियोगी पहले से मौजूद हैं. उन्हें घर से बाहर का रास्ता दिखा देंगे. उर्मिला कोरी से हुई बातचीत
आप पहले भी बिग बॉस का हिस्सा रहे हैं वो अनुभव कितना काम इस सीजन आनेवाला है
अनुभव निश्तितौर पर काम आएगा क्योंकि आप बिग बॉस के घर से वाकिफ हैं।वहां क्या होता है. आपको पता है।लेकिन हर सीजन अलग होता है. उसकी केमिस्ट्री अलग होती है। तैयारी के नाम पर आप सिर्फ कपड़े बांध सकते हैं। मैं बस नेचुरल रहने वाला हूं.
क्या वजह है कि जो बिग बॉस ह सीजन उस स्तर पर दर्शकों से नहीं जुड़ पाया है जैसे की हमेशा बिग बॉस से उम्मीद रहती है
हर सीजन एक सा नहीं हो सकता है. शायद कमी रह गयी है तभी हमें बुलाया जा रहा है. वैसे जो भी प्रतियोगी बिग बॉस के घर में आते हैं वो अपने खेल और कैलिबर से या तो बिग बॉस के गेम को बड़ा बनाते हैं या खुद को. जिसके लिए क्लिक करना बहुत अहम होता है. इसबार वो नहीं हो पाया है. अब चैलेंजर्स आ रहे हैं. हमें उम्मीद है कि हम गेम को पूरा पलट देंगे. हम आधे में आकर भी उनसे ट्रॉफी ले जाएंगे.
बिग बॉस 2 से बिग बॉस 14 कितना बदलाव राहुल आपके अंदर इन सालों में आया है
इतने सालों में मैंने खुद के अंदर काफी सारे बदलाव किए हैं. बिग बॉस 2 के वक़्त 32 साल का था अभी 45 साल का. उम्र के साथ आप मैच्योर होते ही हो. मैंने धूम्रपान और मदिरापान पूरी तरह से बंद कर दिया है तो अब बिग बॉस के घर में सिगरेट और शराब की तलब नहीं लगेगी कि कहीं से मिल जाती यार. अपने आपको आध्यत्म से जोड़ा है. अलग अलग गुरुओं को सुनता हूं लेकिन इसका मतलब ये बिल्कुल भी नहीं है कि मैं बाबा टाइप बन गया हूं या बोरिंग हो गया हूं. उतना ही मज़ा और मस्ती वाला हूं. हां अब ठहराव भी है. पहले नदी था अब समुद्र हो गया हूं.
कभी अफसोस होता है कि क्यों मैंने बिग बॉस 2 में दीवार क्यों कूद गया था
बिल्कुल भी नहीं जहां जो रिएक्शन था वो सही था. वो उम्र थी. वो समय था वो सब हो जाता है. आप दुनिया से कटे रहते हैं. अकेले होते हैं तो हो जाता है. उस वक़्त तो बिग बॉस के घर में कोई बाहर का आता भी नहीं था. एंकर भी हमसे उतना बात नहीं करता था. जैसा कि अब होता है। अब सलमान खान खुद गेम को देखते हैं।खुद से समीक्षा कर अपने मन का बोलते हैं.
बिग बॉस 2 के वक़्त आपके दीवार कूदने को स्क्रिप्टेड बताया गया था
बिग बॉस बिल्कुल भी स्क्रिप्टेड शो नहीं है. जो होता है वहां नेचुरल होता है. सब अपने मन की करते और बोलते हैं. अगर स्क्रिप्टेड होता तो इतना लोकप्रिय नहीं होता था.
बिग बॉस रियलिटी शो ने आपके अंदर कितना बदलाव लाया था
बहुत , उससे पहले घर के काम मैंने कभी नहीं किए थे. जीन्स धोने में कितनी मेहनत लगती है. मैंने बिग बॉस के घर में ही जाना था. बिग बॉस आपको आत्मनिर्भर बनाता है. बिग बॉस में मोबाइल की लत छूट जाती है. एक स्टडी के मुताबिक हम दिन में 500 से 700 बार मोबाइल छूते हैं वो लत छूट जाए तो उससे अच्छी बात क्या होगी. मैं बिग बॉस के घर में जाने को लेकर बेकरार हूं.
आपको किन बातों पर गुस्सा आता है
मैं कभी भी बिग बॉस के घर में लड़ा झगड़ा नहीं हूं. मेरा सिंपल फंडा है. जिससे प्यार होगा उससे ही तकरार होगी ना. हम अपने लोगों से नाराज़ होते हैं परायों से नहीं. रास्ते में सिंगल पर पागल आदमी चिल्लाते रहते हैं क्या उनको देखकर आप गुस्सा होते हैं. बिग बॉस के घर में मेरा अपना कोई है नहीं तो मैं क्यों गुस्सा होऊंगा.
बिग बॉस के घर में क्या मिस करेंगे
अपनी पत्नी और परिवार को.
Posted By: Shaurya Punj