ओटीटी प्लेटफार्म हंगामा प्ले पर इन दिनों एंथलॉजी सीरीज रात्रि के यात्री 2 स्ट्रीम कर रही है. इस सीरीज की एक कहानी की धुरी अभिनेत्री मोनालिसा हैं. इस सीरीज, करियर और दूसरे पहलुओं पर उर्मिला कोरी की हुई बातचीत. रात्रि के यात्री 2 के लिए एक्ट्रेस ने क्या तैयारी की है, इसपर भी उन्होंने बात की.
रात्रि के यात्री 2 ने एक एक्ट्रेस के तौर पर आपको किस तरह की चुनौतियों से रूबरू करवाया?
रात्रि के यात्री का पहला सीजन काफ़ी पसंद किया गया था, तो दूसरे सीजन के साथ जुड़ते ही आपके सामने उससे अच्छा करने का चैलेंज आ जाता है. वैसे आज तक मैंने ऐसा किरदार नहीं किया था. 125 भोजपुरी फिल्में की हैं. टीवी में डायन भी बनी हूं ,लेकिन सेक्स वर्कर का किरदार कभी नहीं किया था. एक एक्टर के तौर पर मैं हमेशा से अलग किरदार करना चाहती हूं. हां शुरुआत में ये डर भी था कि ये सेक्स वर्कर पर फ़िल्म है. वल्गर कुछ भी ना हो. जब ये बात पता चली कि अनिल सर निर्देशक हैं तो समझ आ गया था कि सब अच्छे से शूट होगा.
किरदार को लेकर किसी तरह की तैयारी भी करनी पड़ी?
जहां तक तैयारी की बात है तो मैंने किताबें पढ़ी. फिल्में देखी. इसके साथ ही मैं रियल सेक्स वर्कर्स से मिली जो आसान नहीं था. उनकी कहानियां सुनकर मैं बहुत ही इमोशनल हो गयी थी.
रात्रि के यात्री 2 में आपके अलावा और भी कई टीवी की अभिनेत्रियां हैं,क्या प्रतिस्पर्धा की भावना थी?
पांचों कहानियां अलग अलग है. उसकी शूटिंग भी अलग-अलग हुई. हम एक दूसरे से मिले ही नहीं. मुझे लगता है कि असुरक्षा की भावना से आप आगे नहीं बढ़ सकते हैं, बल्कि टीम वर्क के तौर पर सोचेंगे, तो आप अच्छा कर सकते हैं. टीम वर्क से ही आप सीरीज को हिट कर सकते हैं. सिर्फ अपना सोचेंगे तो फिर कहीं नहीं रहेंगे.
ओटीटी की अच्छी बात क्या लग रही है?
सबकुछ बहुत ही रियलिस्टिक जोन में होता है. किरदार से लेकर उनका मेकअप सभी कुछ. आप मुझसे पहले पूछते तो मैं आपको अपना पसंदीदा जॉनर रोमांटिक फिल्में ही बताती थी ,लेकिन ओटीटी के आ जाने से किरदारों,कहानियों में कितनी विविधता आ गयी है. जिन्हें देखकर मुझे लगता है कि एक्टर के तौर पर मैंने कुछ किया ही नहीं है.
क्या इस वजह से आपका फोकस अब ओटीटी बन गया है?
ऐसा कुछ नहीं है. मैं सब कुछ करना चाहती हूं. टीवी,फ़िल्म,ओटीटी,रीजनल फ़िल्म सबकुछ. जब तक मैं कैमरे के सामने हूं. मैं खुश हूं. मुझे टीवी से कोई परहेज नहीं है. मेरा तो एक शो जल्द ही टीवी पर आने वाला है.
आप अपने करियर का टर्निंग पॉइंट किसे कहेंगी,क्या बिग बॉस को इसका श्रेय देना चाहेंगी?
मुझे लगता है कि मेरी ज़िंदगी में कोई एक टर्निंग पॉइंट नहीं था,बल्कि कदम- कदम पर टर्निंग पॉइंट आते रहे हैं. 2004 में मैं कोलकाता से मुम्बई आयी थी. इंडस्ट्री में कोई जानता नहीं था. किसी तरह काम मिलना शुरू हुआ. छोटे बजट की फिल्में थी. बस एक ही बात अच्छी थी कि मैं उसका चेहरा थी. उसके बाद भोजपुरी फिल्में ऑफर हुई. लगा कि यही तो मुझे करना था. एक्टिंग,नाच, गाना. हिंदी की मेरी फिल्मों की तरह बेवजह का स्किन शो नहीं. मैं बहुत खुश थी. तकरीबन 8 सालों तक मैंने भोजपुरी फिल्मों में काम किया. वो एक टर्निंग पॉइंट था. उसकी वजह से मुझे बिग बॉस आफर हुआ. लोगों को लगा कि मैं एक दो हफ्तों में निकल जाऊंगी,लेकिन मैं वहां 98 दिनों तक रही थी. बिग बॉस ने मुझे वर्ल्ड वाइड पहचान दी,तो वो भी एक टर्निंग पॉइंट था. बिग बॉस के घर से मिले फेम को ज़्यादातर लोग आगे नहीं बढ़ा पाते हैं,लेकिन मैं लकी थी कि बिग बॉस के घर से निकलने के बाद मुझे नज़र आफर हुआ और नेगेटिव भूमिका होते हुए मैंने रिस्क लिया और वो भी एक और मेरा टर्निंग पॉइंट बन गया.
आपके रील्स सोशल मीडिया पर बहुत पॉपुलर हैं?
मैं उसे बहुत एन्जॉय करती हूं. जब मेरी शूटिंग नहीं होती है,तो मैं रील्स बनाना पसंद करती हूं. मुझे लगता है कि अपने फैंस से जुड़ने का वो भी बहुत अच्छा तरीका है.
आप फैमिली कब शुरू कर रही हैं?
विक्रांत और मुझसे लगभग हर दिन ये सवाल हमारे परिवार वाले भी पूछते हैं. कब हम मम्मी पापा बनेंगे मुझे भी नहीं पता है.