झारखंड के जमशेदपुर में जन्मी व पली बढ़ी बॉलीवुड की मशहूर प्लेबैक सिंगर शिल्पा राव (Shilpa Rao) बुधवार को शहर पहुंचीं. लोयोला स्कूल के प्लेटेनियम जुबिली समारोह में शामिल होने के लिए वह बतौर छात्रा व सिंगर पहुंची हैं. इस दौरान उन्होंने ‘प्रभात खबर’ से खास बातचीत की. अपने करियर को लेकर उन्होंने अपने एक गाने के बोल- ‘खुदा जाने ये क्यों हुआ है, कि बन गये हो तुम मेरे खुदा…’ को सुनाते हुए कहा कि श्रोता और दर्शक ही उनके खुदा हैं.
उन्होंने आगे कहा, ‘जिन्होंने इतना प्यार दिया और उनको सुना. अगर श्रोता और दर्शक उनके गानों को पसंद नहीं करते, तो शायद वह इस मुकाम पर नहीं पहुंच पाती.’ जमशेदपुर के बारे में कहा कि यह तो मेरा घर है. मुंबई में रहते हुए इस शहर को हर वक्त मिस करती हूं. मुंबई की भीड़ भाड़े वाली जिंदगी में हरियाली देखने के लिए पार्क जाना पड़ता है, उस समय अपने शहर की प्रकृति और हरियाली याद आती है.
उन्होंने कहा कि, ‘म्यूजिक के क्षेत्र में उन्हें करियर बनाना था, ऐसे में एक्सपोजर मुंबई में ही मिल सकते थे. लक्ष्य तय था, इसलिए पढ़ाई के लिए मुंबई चली गयी. टेल्को के एलएफएस और बिष्टुपुर लोयोला से पढ़ाई करने के बाद स्नातक करने के लिए मुंबई गयी. कॉलेज लाइफ से ही गाने के ऑफर आने लगे थे. यहां से उनको बॉलीवुड में 2007 में फिल्म अनवर के ‘जावेदां जिंदगी..’ गाने से इंट्री मिली. शिल्पा ने कहा कि अभी बहुत कुछ करना है. उन्होंने आने वाले कुछ गानों के बारे में बताया. कहा कि दो फिल्मों में गाना गा रही हैं. प्रीतम दा और विशाल शेखर के साथ शिल्पा के नये गाने आयेंगे.
शिल्पा ने बॉलीवुड में अपने अब तक के सफर को शानदार बताया. कहा कि यह ऐसा क्षेत्र है जहां आप हर दिन सीखते हैं. शिल्पा के अनुसार म्यूजिक, सिंगिंग के क्षेत्र में तेजी से बदलाव आ रहे हैं. नयी चीजें शामिल हो रही हैं. इसलिए सीखने की ललक बरकरार रखनी पड़ती है. बॉलीवुड में पार्श्व गायकों के लिए वर्तमान की चुनौतियों के संबंध में कहा कि वह खुद अपना लक्ष्य तय कर के आयी थी. परेशानियां हर क्षेत्र में हैं, लेकिन शोषण जैसी बात यहां नहीं है. अब बॉलीवुड की स्थिति बदल गयी है. आप छोटे शहर से हो, चप्पल में आये हो, रिक्शा से आये हो या ऑटो से या हवाई जहाज से, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है. यहां टैलेंट को प्लेटफॉर्म मिलता है. कामयाबी का कोई शॉर्टकट नहीं है. शॉर्टकट वाले अक्सर धोखा खाते हैं. शिल्पा ने कहा कि कोराना काल कलाकारों के लिए काफी चुनौती भरा था, लेकिन अब स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो गयी है.
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शिल्पा ने कहा कि जमशेदपुर उनकी जन्म भूमि है, इससे काफी प्यार है. इसे कभी भुला नहीं सकती. वहीं मुंबई कर्म भूमि है. मुंबई ने मेरे सपनों को उड़ान दी और मुझे नयी पहचान दी है.
रिपोर्ट : विकास श्रीवास्तव, जमशेदपुर.