Bollywood: नितिन बैद ने खुलासा किया कि एडिटर्स कैसे खराब एक्टिंग को अच्छा दिखाते हैं. रणवीर-आलिया के सीन काटना मजेदार, डायरेक्टर्स भी इस पर ध्यान देते हैं
रणवीर-आलिया के सीन काटना मजेदार, कमजोर एक्टिंग को कैसे अच्छा बनाते हैं नितिन बैद!"
एडिटिंग की कला
Bollywood:फिल्म एडिटर्स नितिन बैद और अंतरा लाहिड़ी ने कहा कि खराब एक्टिंग को अच्छा दिखाना एडिटर का काम है.वे शूजित सरकार की तारीफ करते हैं कि वह अपने एक्टर्स से अच्छा परफॉर्मेंस निकाल लेते हैं.
खराब एक्टिंग को ठीक करना
नितिन बैद और अंतरा लाहिड़ी ने बताया कि उन्हें खराब परफॉर्मेंस को एडिट टेबल पर ठीक करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि यंग एक्टर्स जल्दी अच्छे शॉट्स दे देते हैं, जबकि सीनियर एक्टर्स 30 से ज्यादा शॉट्स लेते हैं।
परफॉर्मेंस को सुधारना
अंतरा ने कहा कि एडिटिंग का एक बेसिक काम है कि परफॉर्मेंस को सुधारना और मैनिपुलेट करना.मल्टी-कैमरा सिस्टम ने इसे आसान बना दिया है.ज्यादातर डायरेक्टर्स को जल्दी ही परफॉर्मेंस का अंदाजा हो जाता है.
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अच्छे एक्टर्स के साथ मजा
नितिन ने कहा कि अच्छा परफॉर्मेंस दिखाना एडिटर का काम है. अच्छे एक्टर्स जैसे रणवीर सिंह और आलिया भट्ट के साथ काम करना मजेदार होता है. उन्होंने कहा कि कमजोर एक्टर्स के साथ भी यह दिलचस्प होता है कि वे अपनी रेंज से बेहतर कैसे कर सकते हैं.
डायरेक्टर की भूमिका
नितिन ने बताया कि अच्छे डायरेक्टर्स, जैसे शूजित सरकार और जोया अख्तर, अपने एक्टर्स से अच्छा परफॉर्मेंस निकाल लेते हैं. अंतरा ने कहा कि यंग एक्टर्स के पहले दो शॉट्स सबसे अच्छे होते हैं, जबकि सीनियर एक्टर्स कई शॉट्स लेकर वेरिएशन्स देते हैं.
फिल्म के अनुसार एक्टिंग
नितिन ने बताया कि फिल्म के अनुसार एक्टिंग बदलती है.करण जौहर या रोहित शेट्टी की फिल्मों में एक अलग तरह की एक्टिंग होती है, जबकि वही रणवीर किसी दूसरी फिल्म में अलग तरीके से एक्ट करते हैं.
रणवीर-आलिया के सीन काटना मजेदार, कमजोर एक्टिंग को कैसे अच्छा बनाते हैं नितिन बैद!”
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