Bollywood Stories: बॉलीवुड सुपरस्टार जिन्होंने सिर्फ 15 साल की उमर में किया था 55 साल के हीरो संग रोमांस, 300 फिल्मों में आ चुकी है नजर
श्रीदेवी ने बेहद कम उम्र में कई बड़े कलाकारों के साथ काम करके भारतीय सिनेमा में अपनी अलग पहचान बनाई. 'वेटागाडु' में उन्होंने 55 साल के एन. टी. रामाराव के साथ रोमांस किया, जो उस दौर में चर्चा का विषय था.
Bollywood Stories: सुपरस्टार श्रीदेवी ने बेहद कम उम्र में सिनेमा की दुनिया में कदम रखा और अपनी अलग पहचान बनाई. तेलुगु एक्शन फिल्म वेटागाडु (Hunter) में 15 साल की उम्र में उन्होंने 55 साल के एन. टी. रामाराव के साथ स्क्रीन पर रोमांटिक रोल किया था. यह फिल्म 1979 में रिलीज हुई और बाद में 1980 में हिंदी में निशाना के नाम से बनाई गई. इस फिल्म का निर्देशन के. राघवेंद्र राव ने किया था और इसे उसी प्रोडक्शन हाउस ने बनाया.
श्रीदेवी और अर्ली रोल्स में बोल्ड चॉइसेस
श्रीदेवी का जन्म 13 अगस्त 1963 को तमिलनाडु के मीनमपट्टी गांव में हुआ था. उन्होंने कम उम्र में ही एक्टिंग करियर की शुरुआत कर दी थी और देखते ही देखते सिनेमा में उनके बोल्ड किरदारों के कारण उन्हें बड़ी पहचान मिली. सोशल मीडिया पर एक यूजर ने हाल ही में फिल्म के एक वीडियो शेयर किया और लिखा, “क्या आपको पता है कि श्रीदेवी केवल 15 साल की थीं, जब उन्होंने 55 साल के एन. टी. रामाराव के साथ रोमांस किया?”
मूदरू मुड़िची में भी देखी जवान श्रीदेवी की केमिस्ट्री
इससे पहले भी श्रीदेवी ने तमिल फिल्म मून्द्रू मुडिची में 26 साल के रजनीकांत और 22 साल के कमल हासन के साथ काम किया था, जिसमें वह केवल 13 साल की थीं. उस समय हीरोइनों को 14 या 15 साल की उम्र में फिल्मों में लॉन्च किया जाता था, और 30 की उम्र तक वे मा या आंटी की भूमिका निभाने लगती थीं. श्रीदेवी के फैंस का मानना है कि यह एक मेल-डॉमिनेटेड इंडस्ट्री थी, जहां यंग एक्ट्रेसेस को एक प्रॉप के तौर पर हीरो के साथ दिखाया जाता था.
पैन-इंडिया स्टार श्रीदेवी की जर्नी और अचीवमेंट्स
श्रीदेवी का बचपन सिवाकासी, तमिलनाडु में गुजरा, जहां उनके पिता एक वकील थे और मा का ताल्लुक आंध्र प्रदेश के तिरुपति से था. अपने करियर में श्रीदेवी ने कई भाषाओं में काम किया और उन्हें भारत की पहली महिला सुपरस्टार के रूप में सराहा गया. मिस्टर इंडिया, चालबाज, चांदनी, नगीना जैसी फिल्मों में उनके दमदार किरदारों ने उन्हें लाखों दिलों की धड़कन बना दिया. उन्होंने अपने करियर में एक नेशनल फिल्म अवार्ड और चार फिल्मफेयर अवार्ड्स जीते, जिनमें एक लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड भी शामिल है, 2013 में उन्हें भारत सरकार द्वारा पद्मश्री से सम्मानित किया गया. हालांकि वे ऑफ-स्क्रीन बहुत ही रिजर्व रहती थीं, लेकिन फिल्मों में उनके किरदार मजबूत रहते थे.