हिंदी फिल्मों में काम करने के बाद अब कुछ ऐसा करना चाहती हैं ऐश्वर्या राय बच्चन
मुंबई: बॉलीवुड अभिनेत्री ऐश्वर्या राय बच्चन ने अपने करियर में 30 से ज्यादा हिंदी फिल्मों, अंतरराष्ट्रीय प्रोजेक्ट्स और तमिल सिनेमा में काम किया है. अभिनेत्री का कहना है कि वह मराठी फिल्मों में काम करके अपने फिल्मी करियर का विस्तार करना चाहती हैं. ऐश्वर्या ने 1997 में मणि रत्नम की तमिल राजनीतिक ड्रामा ‘इरवर’ से […]
मुंबई: बॉलीवुड अभिनेत्री ऐश्वर्या राय बच्चन ने अपने करियर में 30 से ज्यादा हिंदी फिल्मों, अंतरराष्ट्रीय प्रोजेक्ट्स और तमिल सिनेमा में काम किया है. अभिनेत्री का कहना है कि वह मराठी फिल्मों में काम करके अपने फिल्मी करियर का विस्तार करना चाहती हैं. ऐश्वर्या ने 1997 में मणि रत्नम की तमिल राजनीतिक ड्रामा ‘इरवर’ से अपने फिल्मी सफर की शुरुआत की थी और उन्होंने उसी साल ‘और प्यार हो गया’ रोमांटिक कॉमेडी फिल्म से बॉलीवुड में कदम रखा था. उन्होंने कहा कि अगर प्रोजेक्ट ‘रोमांचक’ हो तो भाषा कोई बाधा नहीं है.
फैशन डिजाइनर से निर्देशक बने विक्रम फडनीस की फिल्म ‘हृदयांतर’ के म्यूजिक लॉन्च के दौरान ऐश्वर्या ने कहा, ‘मैंने एक तमिल फिल्म से अपने करियर की शुरुआत की थी. मैं एक्टर हूं और यह मायने नहीं रखता कि फिल्म किसी भाषा में या किसके साथ है या किसने बनाई. मैंने खुद अपनी राह बनाई है.’ उन्होंने कहा, ‘अगर मुझे पटकथा अच्छी लगती है तो किसी भी अन्य भाषा की तरह मैं मराठी भाषी फिल्म में काम करना पसंद करूंगी. मैं धाराप्रवाह मराठी नहीं बोल सकती लेकिन मैं इसे समझती हूं.’
मॉडलिंग के अपने दिनों के बारे में विक्रम के साथ अपने रिश्ते को याद करते हुए ऐश्वर्या ने कहा कि एक बार फैशन डिजाइनर मेरे घर आया और उन्होंने मुझसे कहा कि चाहे हम हर साल रक्षा बंधन की परंपरा का पालन करें या नहीं लेकिन मैं आपके लिए हमेशा मौजूद रहूंगा. ऐश्वर्या ने कहा, ‘वह दस साल पहले फिल्म बनाना चाहते थे और उन्होंने मुझे और श्यामक डावर को इसके बारे में बताया था लेकिन मुझे लगता है कि हर चीज का वक्त होता है और मुझे खुशी है कि यह अब हो रहा है और उनकी पहली फिल्म उनकी मातृभाषा में है.’
विक्रम अपनी पहली फिल्म के म्यूजिक लॉन्च में भावुक दिखे. विक्रम ने कहा, ‘मैं हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री का सहयोग और मेरी फिल्म के मुहूर्त के लिए प्यार का आभार नहीं जता सकता. फैशन इंडस्टरी में 25 साल के मेरे काम के बाद मैं उनका आभारी हूं और पूरा जीवन इसके लिए काफी नहीं है.’