भारत-पाक संबंधों के बारे में सोचने को बाध्य करेगी फिल्म ‘ट्यूबलाइट’ : कबीर खान
भारत-पाक संबंधों के बारे में सोचने को बाध्य करेगी फिल्म ‘ट्यूबलाइट’ : कबीर खान बॉलीवुड निर्देशक कबीर खान का कहना है कि उनकी आने वाली फिल्म ट्यूबलाइट भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों के बारे में सोचने को बाध्य करेगी. कबीर का मानना है कि ऐसी फिल्म जो कोई संदेश देती हो, वह लोगों को […]
भारत-पाक संबंधों के बारे में सोचने को बाध्य करेगी फिल्म ‘ट्यूबलाइट’ : कबीर खान
बॉलीवुड निर्देशक कबीर खान का कहना है कि उनकी आने वाली फिल्म ट्यूबलाइट भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों के बारे में सोचने को बाध्य करेगी. कबीर का मानना है कि ऐसी फिल्म जो कोई संदेश देती हो, वह लोगों को सोचने के लिए बाध्य कर सकती है.
कबीर ने कहा कि उनकी फिल्म बजरंगी भाईजान ने लोगों को भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों के बारे में सोचने को बाध्य किया. यह फिल्म एक भारतीय व्यक्ति के बारे में है जो एक बच्ची को पाकिस्तान में उसके घर पहुंचाने में मदद करता है. कबीर ने कहा कि सिनेमा इतना शक्तिशाली है कि वह लोगों को सोचने और मंथन करने पर बाध्य कर सकता है, भले उन्हें बदल नहीं सके.
सिनेमा मजबूत तो है, लेकिन इतना भी शक्तिशाली नहीं कि वास्तविकता को बदल सके. कबीर ने कहा कि उन्होंने अपनी फिल्मों में सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों को उठाने से कभी परहेज नहीं किया. उन्होंने कहा कि वह अपने विचार रखने से नहीं डरते. कबीर ने कहा कि देश में फिल्में बहुत शक्तिशाली माध्यम है और फिल्मकारों को बिना डर के प्रभावी तरीके से अपने विचार रखने चाहिए. सिनेमा पर राजनीतिक दबाव के बारे में कबीर ने कहा कि उन्होंने इस का सामना नहीं किया है और वह इसके आगे झुकेंगे भी नहीं.
मेरे ख्याल से आज के वक्त में यह अहम है कि आप बोलें. हमारे देश की यह महानतम चीज है कि यह हमें अपने विचार रखने की इजाजत देता है. इंटरनेट पर ट्रॉलिंग उन्हें परेशान नहीं करती हालांकि सार्वजनिक बहस की निराशाजनक स्थिति चिंता का बड़ा विषय है. टयूबलाइट भारत-चीन के बीच वर्ष 1962 में हुए युद्ध की पृष्ठभूमि पर बनी है जो 23 जून को रिलीज होगी.