इस साल की सबसे विवादास्पद फिल्म मानी जाने वाली ‘ लिपस्टिक अंडर माई बुरका’ 21 जुलाई को रिलीज हो रही है. फिल्म का दूसरा ट्रेलर रिलीज हो चुका है, इससे पहले भी फिल्म का ट्रेलर रिलीज हुआ था, उस वक्त इस फिल्म पर सेंसर बोर्ड ने यह कहते हुए रोक लगा दी थी कि फिल्म कुछ ज्यादा ही महिला केंद्रित है. फिल्म के दृश्यों और भाषा पर भी बोर्ड ने आपत्ति जतायी थी. सेंसर बोर्ड की आपत्ति के बाद यह फिल्म एक साल देर से रिलीज हो रही है. फिल्म की निर्देशक अलकृंता स्वास्तिक की यह पहली फिल्म है. उन्होंने फिल्म की कहानी भी लिखी है. उनका कहना है कि ‘वूमेन नीड ए वॉयस’. इसलिए उन्होंने यह बनायी है. प्रकाश के प्रोडक्शन हाउस की यह फिल्म है, लेकिन इसे दूसरी बार रिलीज करने का साहस दिखाया है एकता कपूर और उनकी कंपनी ने.
क्यों विवादों में है फिल्म
यह फिल्म भोपाल की चार महिलाओं पर आधारित है, जो अलग-अलग आयुवर्ग की हैं. सबसे बुजुर्ग महिला का किरदार रत्ना पाठक ने निभाया है, जो फिल्म में 55 साल की विधवा महिला की किरदार में हैं और जिन्हें अपने स्वीमिंग कोच से प्यार हो जाता है. फिर दोनों फोन पर बातें करते हैं, जिससे उनके परिवार के लोगों को आपत्ति है. दूसरा किरदार कोंकणा सेन का है, जो एक हाउस वाइफ हैं. जिनका पति यह चाहता है कि वह बाहरी दुनिया से कोई मतलब ना रखे. तीसरी और चौथी किरदार कुंवारी हैं, जिनमें से एक की शादी घर वाले जबरदस्ती करवा रहे हैं और दूसरे को जबरदस्ती पढ़ाई छोड़कर दुकान पर बैठने के लिए कहा जाता है. जिसकी शादी जबरदस्ती हो रही है, वह अपने पसंद के लड़के से शादी करना चाहती है, तो दूसरी अपनी मरजी से अपनी जिंदगी जीना चाहती है. कुल मिलाकर यह फिल्म पूरी तरह महिलाओं पर उनकी चाहत को दर्शाती फिल्म है. फिल्म में महिलाओं की यौन इच्छाओं का भी खुलकर प्रदर्शन किया है. स्त्री-पुरूष संबंध को दिखाया गया है, एक महिला की नजरों से. यही कारण है कि फिल्म ज्यादा ही महिला केंद्रित प्रतीत होती है. हां ट्रेलर देखकर यह लगता है कि फिल्म में सेक्स दृश्यों को फिल्माया गया है. लेकिन उसपर विवाद खड़ा करने का कोई मतलब नहीं है, क्योंकि इससे पहले भी कई ऐसे दृश्य सेंसर बोर्ड पास कर चुका है. फिल्म को वैसे भी ए साइन दिया गया है.
विवाद से फिल्म को हो सकता है फायदा
जैसा की अकसर देखा गया है कि किसी फिल्म के साथ अगर विवाद जुड़ जाये, तो उसके प्रति लोगों का क्रेज बढ़ जाता है, कुछ ऐसा ही ‘लिपस्टिक अंडर माय बुरका’ के साथ भी हुआ है. हालांकि कुछ लोगों का आरोप यह भी है कि फिल्म के सेक्स सीन बेवजह हैं, डायरेक्टर इन्हें दूसरी तरह भी दिखा सकतीं थीं. वे बस फिल्म को हिट करवाने के लिए ऐसा कर रही हैं. इस आरोप में कितना दम है यह तो फिल्म देखने के बाद ही पता चलेगा.
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कई अभिनेत्रियां फिल्म के समर्थन में सामने आयीं
जब सेंसर ने फिल्म को ज्यादा ही महिला केंद्रित बताकर रिलीज की इजाजत नहीं दी थी उसी वक्त रेणुका शहाणे ने कहा था कि बेवजह एक एवार्ड विनिंग फिल्म को बैन किया जा रहा है. कई महिलाएं भी फिल्म के समर्थन में सामने आयीं, वहीं काम्या पंजाबी ने तो टॉपलेस होकर इस फिल्म के समर्थन में अपनी फोटो पोस्ट की.