हिंदी सिनेमा महानायक अमिताभ बच्चन ने अपने दिवंगत पिता कवि हरिवंश राय बच्चन की एक कविता का एक वीडियो में इस्तेमाल किये जाने पर आप (आम आदमी पार्टी) नेता कुमार विश्वास को कानूनी नोटिस भेजा है. नोटिस में अमिताभ बच्चन ने कुमार विश्वास से इस कविता को हटाने के लिए कहा है और इससे होने वाली कमाई भी वापस करने की बात कही थी.
Rcvd appreciation frm all poet's family but Notice frm you Sir.Deleting the Tribute video to Babuji.Sending earned Rs 32 as demanded.Pranam🙏 https://t.co/wzq22TZnzf
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) July 12, 2017
कुमार विश्वास से अमिताभ बच्चन इतने नाराज थे कि उन्होंने कॉपीराइट का केस वापस लेने से मना कर दिया है. वहीं अमिताभ बच्चन के कॉपी राइट के लीगल नोटिस के बाद कुमार विश्वास ने हरिवंश राय बच्चन की कविता वाला वीडियो हटा दिया है. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि हरिवंश राय बच्चन की कविता सुनाने से उनका 32 रुपये की कमाई हुई है. कविता हटाने और 32 रुपये की कमाई के बारे में खुद कुमार विश्वास से ट्वीट कर बताया.
हालांकि साथ ही उन्होंने यह भी लिखा कि इस कविता को पढ़ने से बाकी सभी लोगों ने मेरी तारीफ की लेकिन अमिताभ की ओर से मुझे कानूनी नोटिस का सामना करना पड़ा. मैं ‘बाबूजी’ के ट्रिब्यूट वीडियो को डिलीट कर रहा हूं. इससे 32 रुपये की कमाई हुई है. वो मैं आपको भेज रहा हूँ. प्रणाम.’ दरअसल बच्चन ने कहा था कि यह वीडियो जिसमें विश्वास कविता का पाठ करते दिख रहे हैं, ‘कॉपीराइट का उल्लंघन’ है और 24 घंटे के भीतर वीडियो शेयरिंग साइट यूट्यूब से हटा दिया जाना चाहिए, जिसके बाद कुमार विश्वास ने यह वीडिया डिलीट कर दिया.
कुमार विश्वास से पिछले सप्ताह ही पुराने हिन्दी कवियों को श्रद्धांजलि की श्रृंखला, ‘तर्पण’ की शुरूआत की थी. इस श्रृंखला को लेकर कुमार काफी उत्साहित थे और उन्होंने इसका जिक्र अपने ऑफिसियल फेसबुक, ट्वीटर पर भी किया था. इन कवियों में रामधारी सिंह दिनकर, बाबा नागार्जुन, निराला, बच्चन, महादेवी वर्मा, दुष्यंत, भवानी प्रसाद मिश्र के साथ अन्य कवियों की कविताएं शामिल है. बीते शनिवार को कुमार ने इस श्रृंखला के चौथे वीडियो के रूप में हरिवंश राय बच्चन की ‘नीड़ का निर्माण फिर-फिर’ नामक एक कविता का वीडियो डाला. जब अमिताभ बच्चन के किसी प्रशंसक ने यह वीडियो उन्हें टैग करते हुए ट्वीट किया तो उन्होंने इसे कॉपीराइट का हनन बताया और लीगल नोटिस भिजवाया.