मुंबई: फिल्मकार मधुर भंडारकर की आगामी फिल्म ‘इंदु सरकार’ के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों के चलते महाराष्ट्र सरकार ने उन्हें सुरक्षा प्रदान की. भंडारकर को कांग्रेसियों के गुस्से की आशंका में पुणे और नागपुर में ‘इंदु सरकार’ के प्रचार कार्यक्रमों को निरस्त करना पडा. कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से सहमति के बिना फिल्म की रिलीज के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ता एकत्रित हुए थे. भंडारकर के करीबी सूत्रों के अनुसार उन्हें सुरक्षा घेरा प्रदान किया गया है जिसमें फिल्म रिलीज होने तक उनके साथ दो सुरक्षाकर्मी रहेंगे.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने खबर की पुष्टि करते हुए कहा कि मुंबई पुलिस ने भंडारकर को अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान की है. आपातकाल की पृष्ठभूमि पर बनी इस फिल्म का कांग्रेस ने विरोध किया है और कहा है कि इसमें इंदिरा गांधी और उनके पुत्र संजय गांधी को गलत तरह से चित्रित किया गया हो सकता है. मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष संजय निरुपम ने मांग की कि फिल्म का प्रदर्शन कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के सामने होना चाहिए ताकि गांधी परिवार को अपमानजनक तरीके से दिखाने की उनकी आशंकाओं को दूर किया जा सके.
सोमवार को नागपुर में ‘इंदु सरकार ‘ के एक संवाददाता सम्मेलन को रद्द करना पडा. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने फिल्म के खिलाफ प्रदर्शन किया था. इससे एक दिन पहले पुणे में भी फिल्म से जुडे एक कार्यक्रम को रद्द करना पडा था. वहां भी कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध किया था. भंडारकर ने तब ट्वीट किया था कि पुणे में उनकी टीम होटल के कमरे में बंधक की तरह फंसी रही.
सोमवार को उन्होंने ट्विटर पर राहुल गांधी के लिए लिखा, ‘प्रिय एऑफिस ऑफ आरजी, पुणे के बाद मुझे आज नागपुर में संवाददाता सम्मेलन को निरस्त करना पडा. क्या आप इस गुंडागर्दी को मंजूर करते हैं. क्या मैं अपनी अभिव्यक्ति की आजादी रख सकता हूं?’ फिल्म 28 जुलाई को रिलीज होगी.