सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) के अध्यक्ष पद से पहलाज निहलानी को हटाकर लेखक एवं गीतकार प्रसून जोशी को नया अध्यक्ष बना दिया गया है. पिछले कुछ दिनों से ऐसी खबरें थी कि निहलानी को उनके कड़े तेवर के कारण इस पद से हटाया जा सकता है. निहलानी ने जब से सेंसर बोर्ड के प्रमुख के तौर पर पदभार संभाला था वे लगातार विवादों में घिरे रहे. इस कारण हर बार बॉलीवुड और उनके बीच आर-पार की लड़ाई होती दिखी. अब प्रसून जोशी ने सेंसर बोर्ड के नये प्रमुख के तौर पर पद संभाला लिया है. प्रसून जोशी फिल्म और कला की दुनियां में कोई नया नाम नहीं हैं. वह एक अच्छे हिन्दी कवि और लेखक होने के साथ-साथ पटकथा लेखक और भारतीय सिनेमा के गीतकार भी हैं. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक एंड कंपनी में काम करते थे. ‘ठण्डा मतलब कोका कोला’ उन्हीं का इजात किया हुआ विज्ञापन है. जानें उनके बारे में ये 7 दिलचस्प बातें…
1. प्रसून का जन्म 16 सितंबर 1968 को उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के दन्या गांव में हुआ था. उन्हें हमेशा से ही लिखे का शौक था. मात्र 17 साल की उम्र में उनकी पहली किताब ‘मैं और वो’ पब्लिश हुई थी.
2. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत दिल्ली की ऐड कंपनी O&M से जुड़े. उन्होंने 10 साल तक यहां अपनी सेवा दी. इसके बाद वो अन्तर्राष्ट्रीय विज्ञापन कंपनी ‘मैकऐन इरिक्सन’ में कार्यकारी अध्यक्ष भी रहे. उनके कुछ विज्ञापनों के पंचलाइन ने उन्हें काफी नाम दिलाया.
3. बॉलीवुड में उनकी शुरुआत बतौर गीतकार के रूप में साल 2001 की फिल्म ‘लज्जा’ से हुई थी. फिल्म का निर्देशन राजकुमार संतोषी ने किया था. फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट हुई और उनके करियर भी चल पड़ा.
4. साल 2007 की फिल्म ‘तारे जमीन पर’ के गाने ‘मां…’ के लिए उन्हें ‘राष्ट्रीय पुरस्कार’ भी मिल चुका है. इसके अलावा उन्होंने ‘दिल्ली 6’, ‘रंग दे बसंती’, ‘हम तुम’, और ‘फना’ जैसी फिल्मों के शानदार गीत लिखें जिसकी खूब सराहना हुई. फिल्म ‘रंग दे बसंती’ के उन्होंने डायलॉग्स भी लिखे थे.
5. प्रसून जोशी ने फिल्म ‘भाग मिल्खा भाग’ की कहानी भी लिखी थी. फिल्म जानेमाने धावक मिल्खा सिंह की बायोपिक थी जिसमें फरहान अख्तर ने मुख्य भूमिका निभाई थी. फिल्म ने कई अवार्ड अपने नाम किये थे.
6. प्रसून जोशी को 2015 में आर्ट्स, लिटरेचर और एडवर्टाइजिंग में योगदान के लिए भारत सरकार ने उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया था. उन्होंने ‘मौला’, ‘कैसे मुझे तुम मिल गई’, ‘तू बिन बिताए’, ‘खलबली है खलबली’ जैसे चर्चित गाने भी लिखे हैं.
7. वर्ल्ड इकॉनोमिक फोरम से जुड़ी एक संस्था ने उन्हें 2006 में ‘यंग ग्लोबल लीडर’ से सम्मानित किया था.