प्रासंगिक मुद्दों को रेखांकित करना अहम: सनी देओल
मुंबई: अभिनेता सनी देओल की आगामी फिल्म ‘पोस्टर बॉयज’ पुरुष नसंबदी के ईद-गिर्द घूमती है और अभिनेता का कहना है कि सिनेमा के जरिए मनोरंजन तरीके से प्रसांगिक मुद्दों को रेखांकित करना जरुरी है. ‘पोस्टर बॉयज’ तीन कुलियों की वास्तविक घटना से प्रेरित है जिन्हें अपनी तस्वीरें पुरुष नसबंदी का विज्ञापन करने वाले एक पोस्टर […]

मुंबई: अभिनेता सनी देओल की आगामी फिल्म ‘पोस्टर बॉयज’ पुरुष नसंबदी के ईद-गिर्द घूमती है और अभिनेता का कहना है कि सिनेमा के जरिए मनोरंजन तरीके से प्रसांगिक मुद्दों को रेखांकित करना जरुरी है. ‘पोस्टर बॉयज’ तीन कुलियों की वास्तविक घटना से प्रेरित है जिन्हें अपनी तस्वीरें पुरुष नसबंदी का विज्ञापन करने वाले एक पोस्टर पर छपी मिली थी.
देओल ने एक साक्षात्कार में कहा, ‘समाज में ऐसी बहुत सी चीजें हैं जिन्हें अनुचित माना जाता है लेकिन यह सालों से हो रही है. दस साल पहले कोई भी इसे एक फिल्म के तौर सोच नहीं सकते थे.’ उन्होंने कहा कि हमारे आसपास बदलाव आता है और जब समाज और सिनेमा बदलता है तो ये विचार आते रहते हैं. यह अहम है कि उन मुद्दों को रेखांकित किया जाए जो समाज में प्रासंगिक हैं इससे निपटने की जरुरत है.
‘घायल’, ‘जिद्दी, ‘दामिनी’ और ‘गदर: एक प्रेम कथा ‘ जैसी एक्शन फिल्मों में 90 के दशक में उद्योग पर राज करने वाले अभिनेता का मानना है कि सिनेमा में वो शक्ति है जो लोगों को उन मुद्दों पर सोचने पर मजबूर कर सकती है जिन पर बात करने से अक्सर बचा जाता है.