हिंदी सिनेमा के जानेमाने फिल्मकार महेश भट्ट का जन्म 20 सितंबर 1948 को हुआ था. उनके पिता का नाम नानाभाई भट्ट और मां का नाम शिरीन मोहम्मद अली था. भट्ट के पिता गुजराती ब्राह्मण थे और उनकी मां गुजराती शिया मुस्लिम थीं. महेश भट्ट एक निर्माता, निर्देशक होने के साथ-साथ स्क्रीनराइटर भी हैं. उन्होंने अपनी फिल्मों में कई कलाकारों को मौका दिया. इनमें अनुपम खेर और कंगना रनौत तक शामिल हैं. इन्हीं में से एक नाम है सनी लियोनी का, जिन्हें एक पोर्न स्टार से बॉलीवुड अभिनेत्री बनाने में महेश भट्ट ने एक अहम भूमिका निभाई. महेश भट्ट, सनी लियोनी से उस दौरान मिले थे जब वो ‘बिग बॉस’ में एक कंटेस्टेंट के तौर पर मौजूद थीं. दोनों के बीच बातचीत हुई और इसके बाद सनी लियोनी सीधे भट्ट कैंप की फिल्म ‘जिस्म 2’ में नजर आई. इस नये चेहरे को दर्शकों ने पसंद किया और फिल्म चल निकली.
‘मंजिलें और भी हैं’
26 साल की उम्र में भट्ट ने निर्देशक के तौर पर फिल्म ‘मंजिलें और भी हैं’ से अपना डेब्यू किया था. इसके बाद 1979 में आई फिल्म ‘लहू के दो रंग’ जिसमें शबाना आजमी और विनोद खन्ना मुख्य भूमिका में थे. इस फिल्म ने साल 1980 के फिल्मफेयर अवार्ड्स में दो पुरस्कार जीते थे. फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर औसत से ऊपर प्रदर्शन किया. उनकी पहली हिट फिल्म ‘अर्थ’ थी जो साल 1982 में रिलीज हुई थी. फिल्म में शबाना आजमी, कुलभूषण खरबंदा और स्मिता पाटिल ने मुख्य भूमिका निभाई थी. इसके बाद उनकी फिल्म ‘जानम’ और ‘नाम’ को भी पसंद किया गया था. कहा जाता है इन फिल्मों से उन्होंने अपने व्यक्तिगत जीवन को पर्देपर उकेरने की कोशिश की. फिल्म ‘सारांश’ को भी लोगों ने काफी पसंद किया गया था. ‘सारांश’ को 14वें मॉस्को इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में भी एंट्री मिली थी. साल 1987 में वे निर्माता बन गए जब उन्होंने अपने भाई मुकेश भट्ट के साथ मिलकर ‘विशेष फिल्मस’ नाम से अपना प्रोडक्शन हाऊस शुरू कर दिया. उन्होंने ‘डैडी’, ‘आवारगी’, ‘आशिकी’, ‘सड़क’, ‘गुमराह’ और ‘दिल है कि मानता नहीं’ जैसी फिल्में दीं.
लव-लार्इफ को लेकर भी बटोरी सुर्खियां
महेश भट्ट ने अपनी लव लाइफ को बड़े पर्दे पर उतारने की भी कोशिश की है. कहा जाता है कि फिल्म ‘आशिकी’ उनकी और किरन भट्ट की लवस्टोरी पर बेस्ड थी. भट्ट ने 20 साल की उम्र में किरन भट्ट से शादी की थी. किरन से उनके दो बच्चे हैं बेटी पूजा भट्ट (पूर्व अभिनेत्री और अब प्रोड्यूसर) और बेटा राहुल भट्ट है. लेकिन महेश भट्ट और किरन के बीच तकरार तब शुरू हो गई जब उनकी लाईफ में परवीन बॉबी की इंट्री हुई. फिल्म ‘वो लम्हें’ की स्टोरी भी महेश भट्ट और परवीन बॉबी के अफेयर पर बेस्ड बताई जाती है. लेकिन परवीन बॉबी और महेश भट्ट का अफेयर ज्यादा दिनों तक नहीं चला. इसके बाद महेश भट्ट की जिंदगी में सोनी राजदान आई. कहा जाता है कि सोनी के साथ अफेयर के समय महेश और किरन एक साथ ही रहते थे. साल 1986 में महेश भट्टी ने सोनी राजदान से शादी कर ली थी. सोनी राजदान से उनके दो बच्चे हैं आलिया भट्ट और शाहीन भट्ट. भट्ट की बेटी शाहीन भट्ट लाइमलाइट में नहीं रहतीं. उन्होंने फिल्म जहर से लेकर ‘जिस्म 2’ तक कई सीन लिखे हैं. वे ‘राज 3’ में बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर भी काम कर चुकी हैं.
फोटोशूट को लेकर विवादों में…
90 के दशक में वे महेश भट्ट एक फोटोशूट को लेकर भी विवादों में रहे थे. दरअसल एक मैगजीन कवर के लिए महेश भट्ट और उनकी बेटी पूजा भट्ट ने फोटोशूट करवाया था. जिसके बाद उस तसवीर को लेकर खूब बवाल मचा था. पिता और बेटी की यह तसवीर लोगों को नागवार गुजरी थी. एक मैगजीन में अपने इंटव्यू में महेश ने कहा था, ‘अगर पूजा मेरी बेटी नहीं होती, तो मैं उससे शादी कर लेता.’
विनोद खन्ना को लेकर कही थी ये बात…
मुकेश भट्ट और विनोद खन्ना के बीच अच्छे रिश्ते थे और दोनों ने कई फिल्मों में काम किया था. लेकिन फिल्म ‘जुर्म’ के बाद दोनों के रिश्तों में खटास आ गई. बताया जाता है कि इस फिल्म की शूटिंग के दौरान विनोद खन्ना ने लगातार 40 दिन तक शूटिंग कैंसिल कराई. उनके इन नखरों से तंग आकर मुकेश भट्ट ने कहा, ‘मैं विनोद के स्पॉट ब्वॉय को हीरो बना लूंगा, लेकिन विनोद को अपनी फिल्मों में साइन नहीं करूंगा.’