”न्यूटन” को ”सीक्रेट बैलेट” की कॉपी बताने वालों पर भड़के अनुराग कश्यप, जानें क्या कहा ?
मुंबई: फिल्मकार अनुराग कश्यप ने फिल्म न्यूटन के ईरानी फिल्म सीक्रेट बैलेट के साथ काफी समानताएं होने की खबरों के बीच फिल्म की टीम का समर्थन किया है. अमित मसुरकर द्वारा निर्देशित न्यूटन अगले साल के ऑस्कर पुरस्कार समारोह के लिए भारत की प्रवृष्टि चुनी गयी है. 45 साल के निर्देशक ने ट्विटर पर फिल्म […]
मुंबई: फिल्मकार अनुराग कश्यप ने फिल्म न्यूटन के ईरानी फिल्म सीक्रेट बैलेट के साथ काफी समानताएं होने की खबरों के बीच फिल्म की टीम का समर्थन किया है. अमित मसुरकर द्वारा निर्देशित न्यूटन अगले साल के ऑस्कर पुरस्कार समारोह के लिए भारत की प्रवृष्टि चुनी गयी है. 45 साल के निर्देशक ने ट्विटर पर फिल्म की तारीफ करते हुए उसके 2001 में आयी ईरानी फिल्म से प्रेरित होने का दावा कर रहे लोगों पर निशाना साधा.
That day when you wake up to the news that a deserving film makes a deserving box office .. Newton Shines .. super happy..
— Anurag Kashyap (@anuragkashyap72) September 24, 2017
कश्यप ने ट्वीट किया, ‘न्यूटन, सीक्रेट बैलेट से उतनी ही प्रेरित है जितनी द एवेंजर्स (हॉलीवुड फिल्म) वतन के रखवाले से है. उन्होंने कहा, न्यूटन को बर्लिन फिल्मोत्सव में पुरस्कार दिया गया था और मैं आपसे वादा करता हूं कि वहां के क्यूरेटर एक साल में इतनी फिल्में देखते हैं, जितनी हम अपनी पूरी जिंदगी में नहीं देखते.’
"Newton" is as much a copy of "Secret Ballot" as The Avengers is of Watan Ke Rakhwale
— Anurag Kashyap (@anuragkashyap72) September 24, 2017
Newton is an award winner from Berlin Fest and I can promise you those curators watch more films in a year than rest of us do in a lifetime.
— Anurag Kashyap (@anuragkashyap72) September 24, 2017
राजकुमार राव अभिनीत फिल्म एक सरकारी कर्मचारी के ईद गिर्द घूमती है जो छत्तीसगढ के माओवाद प्रभावित क्षेत्र में मतदान की निगरानी करने में संघर्ष कर रहा होता है जबकि सीक्रेट बैलेट एक महिला मतदान अधिकारी की एक दिन की कहानी बयां करती है जो ईरान के लोगों को मतदान के लिए रजामंद करने की खातिर दूरदराज के इलाके में जाती है.
‘न्यूटन’ ईरानी फिल्म ‘सीक्रेट बैलेट’ की कॉपी नहीं: अमित मसूरकर
दरअसल, रिपोर्ट्स में ऐसा कहा जा रहा था कि ‘न्यूटन’ और ‘सीक्रट बैलेट’ की कहानी लगभग एकजैसी है. दोनों फिल्मों का विचार और अवधारणा एक समान है. दोनों की कहानी दूरदराज के क्षेत्रों पर मतदान कराने की कहानी है.