उर्मिला कोरी
फिल्म: जुड़वा 2
निर्माता : फॉक्स स्टार स्टूडियो
निर्देशक : डेविड धवन
कलाकार : वरुण धवन, जैकलीन फर्नांडीज, तापसी पन्नू, पवन मल्होत्रा और अन्य
रेटिंग : ढाई
बॉलीवुड में हिट फिल्मों की रीमेक बनाने की कड़ी में जुड़वा का भी नाम आखिरकार जुड़ ही गया. 90 के दशक की सलमान खान स्टारर इस फिल्म का रीमेक जुड़वा 2 के नाम से बना है. यह पहली रीमेक होगी जिसका ओरिजिनल से अंतर मात्र 20 साल का होगा और दोनों का निर्देशन डेविड धवन ने ही किया है.
जुड़वा अपने चार्टबस्टर गीतों और कॉमेडी की वजह से आज भी दर्शकों के जेहन में ताजा है. इसी अंदाज में जुड़वा 2 भी है. जैसा कि नाम से ही जाहिर है कि इस फिल्म में वरुण धवन जुड़वा भाइयों के किरदार में हैं.
यहां भी बचपन में एक खलनायक इनको अलग कर देता है. दोनों अलग-अलग माहौल में पलते-बढ़ते हैं. जुड़वा की ही तरह इसमें भी एक को मार पड़ती है, तो दूसरे को भी चोट लगती है.
फिल्म की दोनों अभिनेत्रियां अपने-अपने प्यार को पहचानने में भी कई बार कनफ्यूज होती हैं. इस फिल्म में भी कॉमेडी के साथ एक्शन और रोमांस का तड़का है और विलेन से बदला भी.
कुल मिलाकर यह फिल्म जुड़वा की कॉपी है. सिर्फ कहानी लंदन के खूबसूरत लोकेशंस में चली गयी है. यह फिल्म पुरानी फिल्म की ही याद ताजा कर रही है. कई सीन हूबहू एक जैसे हैं.
इस जुड़वा में कुछ भी नया नहीं है और यही इसकी सबसे बड़ी खामी है. अलगके नाम पर निर्देशक डेविड धवन ने कुछ नहीं किया, सिवाय फिल्म में ग्लैमर और स्टाइल कोशंट बढ़ाने के.
फिल्म के कई ऐसे दृश्य हैं, जिन्हें ठीक से परिभाषित नहीं किया गया है. फिल्म का इंटरवल दृश्य ऐसे ही आ गया, लगता है. विवान की यादाशत जिस तरह से आती है, वह बहुत बचकाना सा लगता है.
फिल्म का क्लाइमेक्स भी बहुत कमजोर है. फिल्म की कहानी में एक सशक्त विलेन की कमी महसूस होती है. फिल्म के संवाद भी कमजोर हैं, जो किसी कॉमेडी फिल्म की सबसे बड़ी जरूरत होती है.
फिल्म के गीत-संगीत की बात करें तो जुड़वा के गीत टन टना टन… और चलती है क्या… ही याद रह जाता है. अन्य गीत फिल्म को एंटरटेंटिंग बनाने के बजाय, फिल्म की गति को रोकते हैं.
अभिनय पर आयें, तो यह फिल्म पूरी तरह से वरुण धवन की फिल्म है. उन्होंने दोनों किरदारों पर बहुत मेहनत की है. उनकी मेहनत दिखती है लेकिन सलमान वाली बात नजर नहीं आती. चूंकि यह सलमान खान की फिल्म का रीमेक है, तो अभिनय की भी तुलना होगी ही.
वरुण सलमान के मुकाबले उन्नीस रह गये हैं. फिल्म की हीरोइन्स, तापसी और जैकलीन के पास इस फिल्म में करने के लिए कुछ खास नहीं है. वे पर्दे पर आती हैं, हीरो के साथ नाचती-गाती हैं, रोमांस करतीहैं और फिर गायब हो जाती हैं.
हां, अभिनेत्री तापसी पन्नू इस फिल्म में अपनी सीरियस इमेज से बिलकुल अलग रंग में दिखी हैं. अनुपम खेर, पवन मल्होत्रा सहित बाकी किरदार अपनी-अपनी भूमिका जमे हैं. राजपाल यादव और जॉनी लीवर का कॉमिक अंदाज अच्छा है. फिल्म में सलमान खान भी नजर आये हैं.
कुल मिलाकर अगर आप वरुण धवन और डेविड धवन की फिल्मों के फैन हैं, तो ही यह फिल्म आपका मनोरंजन कर सकती है.