II उर्मिला कोरी II
फ़िल्म: रांची डायरीज
निर्देशक: सात्विक मोहंती
निर्माता: अनुपम खेर
कलाकार: सौंदर्या शर्मा, हिमांश कोहली,ताहा शाह, जिम्मी शेरगिल और अन्य
रेटिंग: डेढ़
छोटे शहरों की कहानी पिछले कुछ समय से लगातार रुपहले परदे पर आ रही हैं. ‘रांची डायरीज’ उसी का प्रतिनिधित्व करती है. इस फ़िल्म से बतौर प्रोड्यूसर अनुपम खेर का नाम जुड़ा है. सशक्त अभिनय का पर्याय अनुपम खेर के निर्माण वाली इस फ़िल्म का स्क्रीनप्ले बहुत लचर है. कहानी की बात करें तो कहानी गुड़िया की है. जो एक सिंगर है. पॉप वर्ल्ड में नाम कामना उसकी चाहत है.
कहानी में भ्रष्ट ठाकुर भइया की एंट्री होती है. परिस्थितियां कुछ ऐसी बनती है कि गुड़िया और उसके कुछ दोस्त बैंक बैंक लूटने तक का प्लान बना लेते हैं. क्या होगा, क्या ये लोग अपराधी बन जाएंगे. गुड़िया के सपनों का क्या होगा यही कहानी को कॉमेडी और थ्रिलर के ताने बाने में बुना गया है. फ़िल्म की कहानी बहुत कमजोर है. प्लाट को स्क्रीनप्ले ठीक से विकसित नहीं कर पाया.
जिस वजह से यह एक बोझिल के साथ साथ बोरिंग फ़िल्म बन गयी है. अभिनय इस फ़िल्म की खासियत है. अनुपम खेर और जिमी शेरगिल, पितोबस, सतीश कौशिक जैसे बड़े नाम हमेशा की तरह परदे पर खास रहे ही हैं नवोदित अभिनेत्री सौंदर्या की तारीफ करनी होगी. ताहा शाह और हिमांश भी खास रहे हैं.
फ़िल्म का गीत संगीत ठीक ठाक है. कॉमेडी क्राइम थ्रिलर वाले इस जॉनर में एक भी संवाद खास नहीं बन पाए हैं जो ऐसी फिल्मों की सबसे बड़ी जरूरत होती है.
फ़िल्म के सिनेमाटोग्राफी की बात करें तो रांची के जंगल में ठाकुर भईया का बड़ा सा मेंशन अखरता है. फ़िल्म की कहानी और प्रस्तुति की वजह से यह फ़िल्म पूरी तरह निराश करती है. इस फ़िल्म को न देखने में ही भलाई है.