जब ओम पुरी ने बचाई थी नसीरुद्दीन शाह की जान

बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता ओम पुरी का आज जन्‍मदिन है. ओम पुरी एक ऐसे शख्सियत थे जो अनजानों से यूं मिलते थे जैसे उनका वो कोई अपना अजीज हो. उन्‍होंने थिएटर से लेकर पर्दे तक, बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड, समानांतर फिल्मों से व्यावसायिक फिल्मों तक में अपने शानदार अभिनय से दर्शकों का खूब मन मोहा. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 18, 2017 1:29 PM

बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता ओम पुरी का आज जन्‍मदिन है. ओम पुरी एक ऐसे शख्सियत थे जो अनजानों से यूं मिलते थे जैसे उनका वो कोई अपना अजीज हो. उन्‍होंने थिएटर से लेकर पर्दे तक, बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड, समानांतर फिल्मों से व्यावसायिक फिल्मों तक में अपने शानदार अभिनय से दर्शकों का खूब मन मोहा. इसी साल जनवरी में उन्‍होंने इस दुनियां को अलविदा कह दिया था. दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया था.

पद्मश्री से सम्‍मानित अभिनेता एक जिंदा दिल और भावुक इंसान थे. उन्‍होंने एक अभिनेता से लेकर खलनायक और कॉमेडियन तक की भूमिका इस कदर निभाई कि एक वो दौर भी आया कि ये भेद कर पाना भी मुश्किल होने लगा कि उन्हें किस श्रेणी में रखा जाये.

दिवंगत अभिनेता ओम पुरी और नसीरुद्दीन शाह की गहरी दोस्‍ती के बारे में तो सभी जानते हैं, लेकिन यह बात कम ही लोगों को पता है कि एकबार ओम पुरी ने नसीर की जान बचाई थी. नसीर ने खुद इसका जिक्र खुद अपनी आत्‍मकथा ‘एंड देन वन डे: ए मेमोएर’ में किया है. नसीर ने इस किताब में लिखा है कि ए‍कबार उनके एक पुराने दोस्‍त जसपाल ने एक रेस्‍तरां में उनपर चाकू से हमला कर दिया था.

शाह की आत्मकथा के मुताबिक यह घटना तब हुई जब वर्ष 1977 में फिल्म ‘भूमिका’ की शूटिंग चल रही थी.

किताब में लिखा है- ओम और नसीर एक रेस्‍तरां में खाना खा रहे थे. अचानक उनका (नसीर) का पुराना दोस्‍त जसपाल उनकी कुर्सी के पीछे आकर बैठ गया. अचानक उसने नसीर की पीठ पर चाकू घोंप दिया. ऐसे में पुरी उन लोगों के खाने की मेज को कूद कर पार कर लिया और हमलावर को पकड़ लिया ताकि वह और हमला न कर सके. इसके बाद पुरी ने अपने दोस्‍त नसीर को घायल अवस्‍था में अस्‍पताल लेकर पहुंचे और उनकी जान बचाई.

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