मुंबई : फिल्म पद्मावती को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. सड़कों पर विरोध प्रदर्शन के बाद अब फिल्म की रिलीज भी टल गयी है. इस विवाद पर गीतकार जावेद अख्तर ने रविवार को हुए लखनऊ साहित्य उत्सव में अपनी बात रखी. उन्होंने एक न्यूज चैनल से बातचीत करते हुए कहा, जो लोग इस फिल्म का विरोध कर रहे हैं वह राजपूत रजवाड़े कभी अंग्रेजों से लड़े नहीं. आज भी यह राजा इसलिए बने हुए हैं क्योंकि इन्होंने अंग्रेजों की गुलामी स्वीकार कर ली और पगड़ी बांधे उनके दरबार में खड़े रहे.
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पद्मावती विरोध : जावेद अख्तर ने कहा, जो अंग्रेजों के गुलाम थे वह राजपूती शान की बात ना करें
मुंबई : फिल्म पद्मावती को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. सड़कों पर विरोध प्रदर्शन के बाद अब फिल्म की रिलीज भी टल गयी है. इस विवाद पर गीतकार जावेद अख्तर ने रविवार को हुए लखनऊ साहित्य उत्सव में अपनी बात रखी. उन्होंने एक न्यूज चैनल से बातचीत करते हुए कहा, जो […]
उस वक्त उनकी राजपूती कहां थी. मैं एक साधारण राजपूत की बात सुनने के लिए तैयार हूं. उसके विरोध पर तर्क के लिए तैयार हूं लेकिन ये राजा, राणा और महाराजे के विरोध उस वक्त कहां थे. 200 साल तक यह अंग्रेजों के साथ खड़े रहे. जावेद अख्तर ने इस पूरे मसले पर सरकार और लॉ एंड आर्डर पर भी सवाल खड़े किये. उन्होंने कहा, लोग कह रहे हैं आप डर गये. भाई साहेब अगर आपने उन्हें ठीक से सुरक्षा दी होती तो कोई क्यों डरता. एक आम आदमी समाज से क्यों डरेगा. लेकिन जब लॉ़ एंड आर्डर बनाकर रखने वाली संस्थाएं ही विरोध करेंगी तो क्या होगा.
जावेद अख्तर ने राजस्थान की मुख्यमंत्री वंसुधरा राजे के उस बयान का भी जिक्र किया जिसमें उन्होंने कहा था कि फिल्म को लेकर जो विरोध कर रहे हैं. डायरेक्टर एक टीम बनाकर उन्हें दिखा दें. जिसमें इतिहासकार और कऱणी सेना के लोग शामिल हों. जावेद ने इस बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा, अगर यही करना है तो फिर सेंशर बोर्ड की जरूरत क्या है. फिल्म जिस धर्म या समुदाय के विषय में बने उसे उससे संबंधिक गुरू देख लें . फिल्म पास कर दें.
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