मुंबई: केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) द्वारा संजय लीला भंसाली की ‘पद्मावती’ (अब पद्मावत) में 300 से कांट-छांट किये जाने का सुझाव दिये जाने संबंधी खबरों का खंडन करते हुए उसके निर्माताओं ने आज कहा कि बोर्ड ने केवल पांच परिवर्तन करने को कहा जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया. उन्होंने यह भी कहा कि वे स्थिति के हल के लिए सेंसर बोर्ड द्वारा अपनाये गये संतुलित रख की सराहना करते हैं.
इस फिल्म के निर्माताओं और सीबीएफसी के बीच चला लंबा गतिरोध पिछले साल 28 दिसंबर को समाप्त हुआ था और बोर्ड ने दीपिका पादुकोण, शाहिद कपूर और रणवीर सिंह अभिनीत इस फिल्म को यू.ए प्रमाणपत्र देने का फैसला किया. ऐसी खबर है कि सीबीएफसी ने इस फिल्म को मंजूरी देने से पहले करीब 300 कांट-छांट करने का सुझाव दिया था.
सीबीएफसी प्रमुख प्रसून जोशी ने कल कहा था कि सेंसर बोर्ड ने पद्मावत को मंजूरी दे दी है और कांट-छांट की खबरें पूरी तरह से असत्य हैं. वायकॉम 18 मीडिया प्राइवेट लिमिटेड ने आज यहां एक बयान में कहा कि हम सेंसर बोर्ड के संतुलित रख की प्रशंसा करते हैं.
बोर्ड ने सुझाव दिया था कि फिल्म में यह उद्घोषणा हो कि फिल्म ऐतिहासिक सटीकता का दावा नहीं करता, उसका शीर्षक पद्मावती नहीं बल्कि पद्मावत हो तथा घूमर गाने में जररी बदलाव हो. यह फिल्म पहले एक दिसंबर को रिलीज होने वाली थी लेकिन अब 25 जनवरी को प्रदर्शित होगी. विभिन्न राजपूत संगठनों के विरोध के चलते यह फिल्म फंस गयी थी.