जयपुर: पद्मावत पर उच्चतम न्यायालय से अपने पक्ष में फैसला नहीं आने पर श्री राजपूत करणी सेना ने आज कहा कि देशभर में 25 जनवरी को रिलीज हो रही फिल्म को रोकने के लिये जनता कर्फ्यू लगाया जायेगा. श्री राजपूत करणी सेना के संरक्षक लोकेन्द्र सिंह कालवी ने बताया कि अब हम जनता के बीच जायेंगे, देशव्यापी स्तर पर फिल्म को रोकने के जनता कर्फ्यू लगाया जायेगा.
उन्होंने कहा कि फिल्म को रोकने के लिये हम पहले ही जनता कर्फ्यू की घोषणा कर चुके हैं. इसके तहत जनता सिनेमाघरों में फिल्म का प्रदर्शन रोकेगी. हमने सिनेमाघरों मालिकों और वितरकों से भी समर्थन और सहयोग मांगा है.
कालवी ने कहा कि उन्होंने देश के कई राज्यों का दौरा कर फिल्म के विरोध में मुख्यमंत्रियों से समर्थन मांगा. फिल्म के विरोध का नेतृत्व कर रहे संगठन ने फिल्म वितरकों से फिल्म वितरण के अधिकार नहीं खरीदने और सिनेमाघरों के मालिकों को फिल्म प्रदर्शित करने से इनकार करने का अनुरोध किया है.
सिनेमाघरों को सुरक्षा देगी उत्तराखंड पुलिस
विभिन्न संगठनों की ओर से विरोध की चेतावनियों के मद्देनजर उत्तराखंड पुलिस 25 जनवरी को रिलीज हो रही भंसाली की ‘पदमावत’ के प्रदर्शन के दौरान सिनेमाघरों की सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम करेगी. प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अनिल रतूडी ने बताया कि ‘पद्मावत’ के प्रदर्शन के दौरान किसी भी संभावित अप्रिय स्थिति से निपटने के लिये पुख्ता इंतजाम किये गये हैं. इसी क्रम में अपर पुलिस महानिदेशक (कानून—व्यवस्था) अशोक कुमार ने सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को फिल्म के प्रदर्शन के दौरान सिनेमाघरों में पर्याप्त सुरक्षा की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है.
इस संबंध में जिले के पुलिस प्रमुखों को लिखे पत्र में कुमार ने कहा है कि कई संगठन फिल्म का प्रदर्शन रोकने को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. ऐसे में 25 जनवरी को फिल्म रिलीज के बाद प्रदेश में शांति व्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने से इनकार नहीं किया जा सकता है. इसके मद्देनजर किसी भी संभावित स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम की जरूरत है.
दूसरी तरफ, उत्तरांचल सिनेमा एसोसिएशन के सचिव और सिल्वर सिटी मल्टीप्लेक्स के मालिक सुयश अग्रवाल का कहना है कि सिनेमाघरों को पर्याप्त पुलिस सुरक्षा मिलने की स्थिति में ही पद्मावत का प्रदर्शन किया जाएगा. अग्रवाल ने कहा, ‘हम चाहते हैं कि उच्च कोटि की फिल्म ‘पदमावत’ को प्रदेश के लोग सिनेमाघरों में देख सकें. लेकिन इसके लिए जरूरी है कि प्रदेश पुलिस हमें पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करे.’
प्रदेश में सिंगल और मल्टीस्क्रीन वाले करीब 50 सिनेमाघर हैं. युवा सेना सहित कई संगठन पिछले काफी दिनों से ‘पद्मावत’ के प्रदर्शन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने कई सिनेमाघरों के गेट पर बैठकर धरना दिया और उन्हें फिल्म प्रदर्शित नहीं करने की चेतावनी दी.