इंदौर: संजय लीला भंसाली की विवादास्पद फिल्म पद्मावत इस हफ्ते मध्यप्रदेश में प्रदर्शित हो सकती है. फिल्म वितरकों को सिनेमाघरों में पर्याप्त सुरक्षा का प्रदेश सरकार ने आश्वासन दिया है. फिल्म वितरकों के संगठन सेंट्रल सर्किट सिने एसोसिएशन के अध्यक्ष जयप्रकाश चौकसे ने बताया, ‘हमने प्रदेश सरकार से मांग की थी कि पद्मावत के प्रदर्शन के दौरान सिनेमाघरों और दर्शकों को पुख्ता सुरक्षा दी जाये. सरकारी अफसरों ने हमें भरोसा दिलाया है कि इस फिल्म के प्रदर्शन के दौरान पुलिस कर्मियों की तैनाती कर पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम किये जायेंगे.’
उन्होंने बताया कि इंदौर में पद्मावत के आठ फरवरी को परदे पर उतरने की उम्मीद है. चौकसे ने बताया, सरकारी अफसरों ने हमसे कहा है कि शहर में गुंडों के अवैध मकान तोड़ने के आज से शुरू हुए दो दिवसीय अभियान में बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों की तैनाती की गयी है. लिहाजा सिनेमाघरों में तैनात करने के लिये उनके पास अभी पर्याप्त पुलिस बल उपलब्ध नहीं है.
हालांकि, उन्होंने बताया कि सरकारी अफसरों ने सिनेमा उद्योग के नुमाइंदों को भरोसा दिलाया है कि गुरुवार से शहर के उन सभी सिनेमाघरों में पुलिसकर्मी तैनात किये जायेंगे जहां पद्मावत दिखायी जायेगी. चौकसे ने बताया कि प्रदेश सरकार ने आश्वासन दिया है कि सूबे के अन्य शहरों में भी पद्मावत के प्रदर्शन के दौरान उचित सुरक्षा इंतजाम किये जायेंगे.
उन्होंने बताया, हमने पद्मावत को लेकर प्रदेश सरकार के मौजूदा रुख की जानकारी इस फिल्म के निर्माताओं को दे दी है. उम्मीद है कि इस हफ्ते प्रदेश के सभी प्रमुख शहरों में पद्मावत रिलीज हो जायेगी. उधर, पद्मावत के खिलाफ शुरूआत से ही मोर्चा खोलने वाले राजपूत संगठन करणी सेना ने कहा कि सूबे में फिल्म की रिलीज का ‘शांतिपूर्ण’ विरोध किया जायेगा.
करणी सेना के मध्यप्रदेश प्रभारी रघु परमार ने कहा, पद्मावत में इतिहास को तोड़-मरोड़ कर दिखाया गया है. लिहाजा हम सिनेमाघरों के बाहर खड़े होकर दर्शकों से हाथ जोड़कर निवेदन करेंगे कि वे यह फिल्म न देखें.’ बहरहाल, पद्मावत देश के अन्य राज्यों में 25 जनवरी को प्रदर्शित हो चुकी है. बता दें कि 9 फरवरी को अक्षय कुमार की पैडमैन रिलीज होने जा रही है.