साउथ की फिल्मों का प्रसिद्ध चेहरा बन चुकी अभिनेत्री रकुल प्रीत सिंह आज रिलीज हुई नीरज पांडे की फिल्म ‘अय्यारी’ में हैं. निजी जिंदगी में भी आर्मी बैकग्राऊंड से संबंध रखने वाली रकुल का कहना है कि अय्यारी का हिस्सा बनकर वो ही नहीं बल्कि उनके फौजी पिता भी बहुत खुश हैं. ‘अय्यारी’ में मनोज वायपेयी और सिद्धार्थ मल्होत्रा भी लीड रोल में हैं. हमारी संवाददाताउर्मिला कोरी से हुई बातचीत के कुछ अंश…
‘यारियां’ के बाद दूसरी फिल्म अय्यारी दोनों फिल्मों चार साल का अंतराल है?
यारियां के बाद यह अय्यारी मेरी दूसरी बॉलीवुड फिल्म है लेकिन इसका मतलब ये कतई नहीं है कि मैं घर पर बैठी थी. मैं लगातार काम कर रही थी साउथ में. 15 से 16 फिल्में मैंने इन चार सालों में वहां की और मैंने वहां एक अच्छा नाम अपना बना लिया है. वैसे एक एक्टर एक आर्टिस्ट के तौर पर मैं हिंदी और साउथ की फिल्मों में फर्क नहीं मानती हूं. मेरे लिए मैं दोनों ही जगहों को अपना एक अनुभव ही बताउंगी.
यारियां सफल फिल्म थी क्या लगा नहीं था कि हिंदी फिल्मों पर फोकस करना चाहिए ?
सच कहूं तो मुझे ये भी नहीं पता था कि मैं साउथ में जा रही हूं. यारियां की शूटिंग के एक साल बाद वो फिल्म रिलीज हुई थी और मैं यारियां की शूटिंग खत्म होने के दो दिन बाद ही मैंने एक तमिल फिल्म की शूटिंग शुरु कर दी थी. वो फिल्म यारियां से पहले रिलीज हुई थी और वो बहुत सफल भी रही थी. जब तक यारियां रिलीज हुई मुझे कई सारी फिल्में बडे स्टार की साउथ में ऑफर होने लगी थी.मैंने सोचा कि जो चीजें मुझे अच्छी और बड़ी ऑफर हो रही हैं. मैं उसे छोड़कर क्यों हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में संघर्ष करूं.
अय्यारी से किस तरह से जुड़ना हुआ ?
मेरी जिंदगी की सबसे पहला ऑडिशन मैंने नीरज सर की फिल्म के लिए दिया था. अ वेडनस्डे के बाद एक फिल्म वो बनाने वाले थे. जिसके लिए मैंने ऑडिशन दिया था लेकिन वो फिल्म कभी बन ही नहीं पायी. फिल्म ‘धौनी’ के लिए दिशा पटानी वाला रोल मुझे पहले मिला था. मैं फिल्म से जुड़ भी गयी थी. लेकिन फिल्म की शूटिंग आगे बढ़ गयी और वो डेट्स मैंने पहले ही तेलुगू की अपनी फिल्मों को दिया था. मैं चाहकर भी धोनी फिल्म को डेट्स नहीं दे पायी. अय्यारी के बाद उसी कास्टिंग डायरेक्टर ने फिर मुझे कॉल किया और कहा कि अब डेट्स हैं क्या. मैंने कहा कि पहले बताओगे तो मैं ब्लॉक अभी से कर दूंगी. लास्ट मिनट में बदलोगे तो मैं भी नहीं कर पाऊंगी. नीरज सर से मिली और फिर मैंने इस फिल्म को हां कह दिया.
साउथ और हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में क्या कुछ फर्क आप पाती हैं ?
दोनों ही प्रोफेशनल हैं . हां ये जरुर है कि वहां आपको बहुत ज्यादा प्यार और अपनापन मिलता है. मैं यारियां के बाद वहां गयी थी. पहली फिल्म के बाद ही उनलोगों ने मुझे स्टार बना दिया था. साउथ के सुपरस्टार एक्टर , प्रोडयूसर और निर्देशक बहुत ही सिंपल रहते हैं. एक आम आदमी की तरह. आपको लगता ही नहीं कि आप किसी सुपरस्टार के साथ काम कर रहे हैं. उनको किसी बात का घमंड नहीं होता है.
इंडस्ट्री में कुछ भी स्थिर नहीं है ऐसे में क्या अपने भविष्य की सुरक्षित रखने के लिए आपने कोई बैकअप प्लान रखा है ?
बैकअप प्लान नहीं कहूंगी हां मैं हमेशा से से चाहती थी कि मैं एक बिजनेस भी करूं. मैं रियैलिटी के हमेशा करीब रही हूं. मुझे पता है कि इंडस्ट्री में आपके कैरियर एक टाइम तक है. यही वजह है कि मैंने जिम का बिजनेस शुरु किया है क्योंकि मैं फिल्म, फिटनेस और फूड़ को इंज्वॉय करती हूं. इन्ही तीनों में मैं बिजनेस करूंगी . ये तय था. अब तक मेरे तीन जिम हो गए हैं. आगे भी जिम को बढाने की तैयारी है.
खाने की शौकीन हैं तो क्या खाना भी बनाना आता है ?
मुझे अंडे तक उबालने नहीं आते हैं.
हिंदी फिल्म, साउथ की फिल्में और अब बिजनेस किस तरह से सबकुछ आप मैनेज करती है ?
दिन में चौबीस घंटे होते हैं. अगर सही तरह से मैनेज किया जाए तो सब मैनेज हो जाएगा. वैसे इसका श्रेय मेरी मम्मी को जाता है. बचपन में मैं पढ़ाई के साथ साथ एक्स्ट्रा करिकुलर बहुत करती थी. दूसरी क्लास में छह से सात चीजें मुझे पढ़ाई के साथ करनी होती थी. स्कूल से आती थी फिर लाइब्रेरी जाती थी फिर स्विमिंग उसके बाद लॉग टेनिस. हमेशा एक टाइम टेबल होता था. जिस वजह से समय की इज्जत में छोटी उम्र से ही जान गयी थी. समय मत बर्बाद करो. मेरे माता पिता ने मेरा सिस्टम ही ऐसा कर दिया है. जिस वजह से मैं मल्टीटास्कर हूं.
आपकी आनेवाली फिल्म ?
अजय देवगन के साथ लव रंजन निर्देशित एक फिल्म कर रही हूं.