सिल्वर स्क्रीन की ‘चांदनी’ हमेशा के लिए खामोश हो गईं. 50 साल तक अपनी अदाओं से बॉलीवुड में राज करनेवाली दिग्ग्ज अभिनेत्री के इस तरह दुनिया से अचानक चले जाने से पूरा देश सदमे में हैं. एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए श्रीदेवी, पति बोनी कपूर और दोनों बेटियों जाह्नवी कपूर और खुशी कपूर के साथ दुबई में थी. यूएई के अखबार खलीज टाइम्स में कार्डिएक अरेस्ट होने से पहले श्रीदेवी अपने कमरे के बाथरूम के टब में बेहोश पड़ी थीं. जानें 10 खास बातें…
भारतीय दूतावास का हवाला देते हुए ‘खलीज टाइम्स’ ने कहा है कि श्रीदेवी की मौत शनिवार रात 11 बजे जूमीराह अमीरात टावर्स के दुबई होटल में अपने कमरे में ही हो गई थी. बाथरूम में बेहोश होकर गिर जाने के बाद श्रीदेवी को दुबई के रशीद अस्पताल लाया गया. लेकिन जब श्रीदेवी को अस्पताल ले जाया गया उससे पहले ही उनकी मौत हो चुकी थी.
1. श्रीदेवी ने अपने तीन दशक के लंबे करियर में 200 से ज्यादा फिल्मों में काम किया. इन फिल्मों में 63 हिंदी, 58 तमिल, 62 तेलुगू और 21 मलयालम फिल्में शामिल हैं.
2. 13 अगस्त 1963 को तमिलनाडू के शिवकाशी में जन्मीं श्रीदेवी के घर में दो भाषाओं का संगम था. उनकी पिता अयप्पन तमिल थे और मां राजेश्वरी तेलुगू. इन्हीं दो भाषाओं से उन्होंने अपने करियर की शुरुआत की.
3. 4 साल की उम्र में श्रीदेवी ने तमिल फिल्म ‘थुनाइवन’ में बतौर चाईल्ड आर्टिस्ट काम किया था. लेकिन वे चर्चाओं में तब आईं जब उन्होंने 8 साल की उम्र में मलयालम फिल्म ‘पूमबत्ता’ में काम किया. इस फिल्म में श्रीदेवी के काम को सराहा गया और उन्हें केरला स्टेट फिल्म अवार्ड से भी नवाजा गया.
4. धीरे-धीरे वे साउथ इंडियन सिनेमा में एक अभिनेत्री के तौर पर उभरने लगी लेकिन उनकी मंजिल बॉलीवुड थी. 1975 में उन्हें उस समय की बोल्ड फिल्मों में से एक जूली में काम करने का मौका मिला. उन्होंने एक छोटा सा रोल किया, फिल्म हिट हुई लेकिन श्रीदेवी का संघर्ष जारी रहा.
5. 16 साल की उम्र में श्रीदेवी बॉलीवुड में पहला मौका मिला. सोलवां साल नामक इस फिल्म में श्रीदेवी लीड रोल में थी, लेकिन इस फिल्म से उन्होंने कोई फायदा नहीं हुआ. वे फिर से साउथ फिल्मों में काम करने लगीं.
6. चार सालों बाद उन्हें दोबारा बॉलीवुड में मौका मिला. इस बार उनके साथ थे कमल हासन और फिल्म थी ‘सदमा’. फिल्म सुपरहिट रही और उन्हें इस फिल्म के लिए फिल्मफेयर अवार्ड मिला. इसके बाद उन्हें हिम्मतवाला से एक नयी उड़ान मिली फिल्म ‘हिम्मतवाला’ से. फिल्म में उनके साथ जितेंद्र थे. यह फिल्म 1983 की ब्लॉकबस्टर थी. जितेंद्र के साथ उन्होंने कई फिल्में की. साल 1984 में आई फिल्म ‘तोहफा’ ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिये.
7. साल 1986 में आई उनकी फिल्म ‘नगीना’ उस साल की दूसरी सबसे हिट फिल्म थी. श्रीदेवी ने फिल्म में इच्छाधारी नागिन में काम किया था. अब वे स्टार बन चुकी थीं और फिल्म में उनके होने को हिट होने की गारंटी माना जाने लगा. साल 1987 में आई फिल्म ‘मिस्टर इंडिया’ में श्रीदेवी की भूमिका लाजवाब रही. इस गाने के बाद से हवा-हवाई नाम से मशहुर हो गईं.
9. 1989 की फिल्म चालबाज में श्रीदेवी डबल किरदार ने उनके हर आलोचक को हैरान कर दिया. उन्होंने इस फिल्म के लिए फिल्मफेयर अवार्ड मिला. इस फिल्म के बाद वे यशराज कैंप की हीरोईन बन गईं. चांदनी, लम्हे उनकी बेहतरीन फिल्मों में से एक है.
10. 1992 में आई ‘खुदा गवाह’ के बाद श्रीदेवी का करियर ग्राफ गिरना शुरू हो गया. नये कलाकारों के साथ उन्हें खुद को बदलना था लेकिन डायरेक्टर और प्रोड्यूसर इस बात से इत्तेफाक नहीं रखते थे. कई फिल्में आई औ पिटती गई. कुछ हिट भी हुई. 1995 में उन्होंने कोई फिल्म नहीं की. साल 1997 में बदले हुए अंदाज में उन्होंने ‘जुदाई’ के साथ वापसी की और एक बार फिर खुद को साबित कर दिया.
11. साल 1996 में श्रीदेवी ने अनिल कपूर के बड़े भाई और डायरेक्ट बोनी कपूर संग शादी कर ली और इसके बाद से श्रीदेवी ने फ़िल्मी दुनिया से अपनी दूरी बना ली थी. लंबे समय बाद साल 2012 में उन्होंने गौरी शिंदे की फिल्म ‘इंग्लिश विंग्लिश’ से पर्दे पर शानदार वापसी की.
12. साल 2017 में उनकी फिल्म ‘मॉम’ उनकी आखिरी फिल्म साबित हुई. इस फिल्म में एक बार फिर उनकी दमदार छवि देखने को मिली. श्रीदेवी शाहरुख खान की फिल्म ‘जीरो’ में एक गेस्ट रोल में नजर आयेंगी.