मुंबई : विश्व एवं ओलिंपिक चैंपियन अभिनव बिंद्रा के बायोपिक निर्माताओं को उम्मीद है कि क्रिकेट को धर्म माननेवाले इस देश में युवा शूटिंग को भी गंभीरता से लेंगे.
भारतीय निशानेबाज ने वर्ष 2008 बीजिंग ओलिंपिक खेलों में व्यक्तिगत स्वर्ण पदक हासिल किया था और उनके दिखाये मार्ग पर चलते हुए हाल ही में ऑस्ट्रेलिया में संपन्न हुए राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय निशानेबाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया.
मनु भाकर और अनीश भंवला जैसे युवा निशानेबाजों के साथ ही हिना सिद्धू और तेजस्विनी सावंत जैसे अनुभवी खिलाड़ियों ने भी इन खेलों में अपनी छाप छोड़ी.
फिल्म निर्माताओं से जुड़े सूत्र ने कहा, इस बार भारतीय निशानेबाजों ने कई पदक जीते और इसका पूरा श्रेय अभिनव को ही जाता है क्योंकि उन्होंने ही उन्हें यह राह दिखायी.
उनके स्वर्ण पदक ने निशानेबाजों की पूरी पीढ़ी को प्रेरित किया. अभिनव की उपलब्धियां प्रेरणादायक हैं. उन्होंने कहा, फिल्म बनाने का हमारा लक्ष्य युवाओं को निशानेबाजी बतौर पेशा चुनने के लिए प्रेरित करना है. मुझे लगता है कि निशानेबाजी में भारत विश्व में अपना दबदबा बना सकता है.