मुंबई : हिन्दी फिल्म जगत के दो दिग्गज कलाकारों के साथ काम करना चुनौतीपूर्ण कार्य माना जाता है लेकिन फिल्म निर्माता उमेश शुक्ला का कहना है कि ‘102 नॉट आउट’ में अमिताभ बच्चन और ऋषि कपूर को निर्देशित करना आसान था क्योंकि वे दूसरों पर अपने ‘विचार नहीं थोपते’. पूर्व में ‘ओएमजी : ओह माई गॉड’ फिल्म का निर्देशन कर चुके निर्देशक ने सौम्या जोशी के लोकप्रिय गुजराती नाटक ‘102 नाट आउट ‘ पर आधारित एक फिल्म का निर्माण किया है.
यह फिल्म पिता-पुत्र के असामान्य रिश्ते पर आधारित है. उमेश शुक्ला ने बताया, ‘ बच्चन सर और ऋषि सर दोनों की अच्छी बात यह है कि वे अभिनेताओं के रूप में काफी विलक्षण हैं.’
उन्होंने आगे कहा,’ वे (अमिताभ बच्चन और ऋषि कपूर) चीजों को जानना, समझना चाहते हैं और ऐसे में शूटिंग करने में आसानी होती है. वे कभी भी अपना विचार नहीं थोपते. अगर वे एक दृश्य को लेकर आश्वस्त हो जाते हैं तो वे कभी भी हस्तक्षेप नहीं करते या अपने विचार नहीं थोपते. वे निर्देशक के दृष्टिकोण को समझते हैं.’
निर्देशक ने बताया कि फिल्म निर्माण शुरू करने से पहले बच्चन और कपूर के साथ एक वर्कशॉप के बाद उनका बहुत सारा दबाव गायब हो गया था. हास्य पर आधारित यह फिल्म इस शुक्रवार को सिनेमा घरों में प्रदर्शित होगी. अमिताभ बच्चन और ऋषि कपूर इस फिल्म में 27 साल के बाद एक बार फिर साथ नजर आयेंगे.
इससे पहले दोनों ने ‘कभी कभी’, ‘अमर अकबर एंथोनी’, ‘नसीब’, ‘कुली’ और ‘अजूबा’ फिल्मों में साथ काम किया है. शुक्ला की फिल्म में बच्चन 102 वर्षीय एक दोस्ताना रिश्ता रखने वाले पिता की और कपूर उनके 75 वर्षीय बेटे की भूमिका में हैं.