‘रेस 3’ से अभिनेता बॉबी देओल अपने कैरियर की सेकंड इनिंग की शुरुआत कर रहे हैं. वह इस मौके के लिए सलमान खान के शुक्रगुज़ार हैं साथ ही वह यह भी कहना नहीं भूलते कि अब वह खुद पर भरोसा करने लगे हैं और वह लगातार काम करना चाहते हैं. ‘रेस 3’ में सलमान खान, बॉबी देओल, जैकलीन फर्नांडीज, अनिल कपूर और डेजी शाह मुख्य भूमिका में हैं. हमारी संवाददाता उर्मिला कोरी से बॉबी देओल की खास बातचीत…
कितनी लाइफ ‘रेस 3’ का हिस्सा बनने के बाद बदली है ?
सलमान खान के करोड़ो फैंस हैं और वे इस फिल्म की रिलीज का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं.उनकी वजह से वह करोड़ो फैन मुझे भी ट्रेलर में देख रहे हैं. मेरे बारे में बात कर रहे हैं. मैं पिछले तीन साल से खुद पर काम कर रहा था ताकि मैं फिट रहूं. मेरे ट्रेनर प्रशांत मेरी इसमे मदद करते थे. अगर आप फिट हैं तो ही लोग आपको कास्ट करने में रुचि दिखाएंगे. मैंने इस फिल्म में पहली बार देखा जब सभी लोग शूटिंग से पहले और बाद में जिम जरुर जाते थे. यह फिल्म ऐसी है जहां सभी को फिट दिखने की जरुरत थी. सिर्फ पुरुष कलाकारों ने ही नहीं बल्कि महिला कलाकारों ने भी बहुत ही अच्छा एक्शन किया है.
रेस 3 का हिस्सा कैसे बने ?
सलमान खान का मुझे कॉल आया कि मामू शर्ट उतारेगा क्या मैंने कहा कि हां मामू. रमेश तौरानी के साथ मैंने ‘सोल्जर’ और ‘नकाब’ जैसी फिल्में की है. उन्होंने कहा कि वो नहीं करेगा लेकिन मैंने कहा कि मैं करुंगा. मैं अभी भी शर्मिला हूं. शर्ट उतारने की हिम्मत बहुत मुश्किल से आयी लेकिन किरदार के लिए करना ही पडेगा.
फिटनेस आपके परिवार में हमेशा से रहा है आपके पिता धर्मेंद्र से लेकर सनी देओल तक ?
मेरे पिता तो नेचुरल बॉडी बिल्ड़र है. वो कभी जिम नहीं गए. उन्होंने अपने बचपन और अपने युवा दिनों में बहुत मेहनत की है. वह कुएं से पानी निकालते थे. खेतों में काम करते थे. हर दिन साइकिल से दस किलोमीटर आते जाते थे. उनकी डाइट भी बहुत अच्छी थी. भईया को भी हमेशा से खेलों से विशेष लगाव रहा है. मेरा भी खेलों के प्रति रुझान था लेकिन फिर मेरा ध्यान हट गया. जो लो फेज मैंने अपनी लाइफ में देखा. जब आपको काम नहीं मिलता तो आप चाहकर भी पॉजिटिव नहीं रह पाते हैं. आप खुश तब दिखते हैं. जब आप अंदर से खुश होते हैं. आपके पास काम है तो फिर आप खुश रहेंगे ही.
सलमान और आप एक दूसरे को मामू क्यों बोलते हैं ?
ऐसे ही बोलते हैं. हम एक दूसरे को मेरी पहली फिल्म ‘बरसात’ की शूटिंग के दौरान से ही जानते हैं. मैं उस वक्त बाइक स्टंटस और घुड़सवारी का स्टंट सलमान खान के साथ ही किया करता था. सलमान की फिल्म ‘मैंने प्यार किया’ रिलीज हो चुकी थी. सलमान और पापा की बॉन्डिंग भी बहुत खास है. पापा सलमान को बेटे की तरह चाहते हैं. सलमान भी उनकी बहुत इज़्ज़त करते हैं. कई मामलों में दोनों एक जैसे हैं. सलमान खान के अंदर एक आग है।वह चलते फिरते प्रेरणा है. मैं सोचता था मैं उनकी तरह क्यों नहीं सोचता, क्यों मेरे अंदर मैंने वो आग बरकरार नहीं रखी.
90 के दशक की फिल्मों की शूटिंग और अब की फिल्मों की शूटिंग में आप क्या बदलाव पाते हैं ?
अभी मेकअप वैन ज्यादा आ गये हैं. हम बहुत अच्छी-अच्छी गाडियों में ट्रैवल करते हैं. जो लोग वक्त की पाबंदी की बात करते हैं वो उस वक्त भी था. बस फर्क इतना है कि आज के दौर में एक वक्त पर लोग एक फिल्म करते हैं इसलिए समय पर हर जगह पहुंच जाते हैं. उस वक्त मेंएक साथ तीन से चार फिल्में किया करते थे. एक के बाद दूसरे सेट पर भागना पडता था जिसमे कभी कभी देर हो जाती थी लेकिन निर्माता निर्देशक भी इस बात को जानते थे कि एक्टर घर में बैठकर आराम नहीं कर रहा है. वो किसी फिल्म के सेट पर है. मैं अपने पापा की ही बात करुं तो वो फिल्म स्टूडियो में ही सो जाते थे क्योंकि एक के बाद एक फिल्मों की शूटिंग होती थी. उन्हें लगता था कि घर आने जाने में समय क्या बर्बाद करना.
आपने अपने डिप्रेशन के बारे में लगातार बात की है. अब तक अभिनेत्रियों ने ही इस पर बात की है ?
डिप्रेशन कोई दिमागी बीमारी नहीं है. जब आप दुखी होते हो तो आप गलत फैसले ले ही लेते हो. मैं शराब की ओर ज़्यादा चला गया था. हर दिन पीता था. शराब पीना गलत नहीं जरुरत से ज्यादा पीना गलत है. मुझे शराब पीना अभी भी पसंद है. ऐसा नहीं है कि मैं शराब से नफरत करने लगा हूं लेकिन एक हकीकत ये भी है कि मैं एक पारिवारिक आदमी हूं. मेरी बीवी और बच्चे भी है. आप अपनी जिम्मेदारी से तो भाग नहीं सकते हैं. बच्चे बड़े हो रहे थे और जो भी कुछ हो रहा था उसे नोटिस कर रहे थे. मेरे बेटे की एक टीचर है. जो नौ सालों से उसे पढ़ाने हमारे घर आ रही है. वो अक्सर मुझसे साथ में फोटो लेने को कहती थी लेकिन मैं टाल जाता था क्योंकि मैं डिप्रेशन में था. अपनी ही दुनिया में खोया रहता था लेकिन हाल ही में मैंने उन्हें खुद से कहा कि आपको मेरे साथ तस्वीर लेनी थी ना आईए. वो बहुत खुश हुईं. उन्होंने ये भी कहा कि वो बहुत खुश हैं कि मैं फिर से काम कर रहा हूं. ये चीजें आपको सोचने पर मजबूर करती हैं कि लोग आपको प्यार करते हैं और आपको की ओर देखते हैं इसलिए आपको परेशानियों से भागना नहीं चाहिए उनसे लड़ना चाहिए.
इंडस्ट्री में जब आपने शुरुआत की थी तब काफी लोकप्रिय आप थे ऐसे में चूक कहां हुई ?
जब मैं इंडस्ट्री में आया तो चीजें बदलने लगी थी. मुझे इसका एहसास नहीं हुआ. मेरे पास फिल्में आती थी. मैं फिल्मों को मना करता था क्योंकि मैं उनसे ज्यादा खुश नहीं था लेकिन कौन एक्टर है जो मना नहीं करता. जब मैंने इंडस्ट्री में कदम रखा था उसके पहले तक जिन लोगों को आपके पास काम करना है. वो सामने से आपको कॉल करके बुलाते थे लेकिन वो समय मेरे आने के साथ ही बदलने लगा था. अब आपको लोगों से मिलना जुलना पड़ता था लेकिन मैंने इस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया. कई बार आप लोगों से मिलते हैं तो ही चीजें बदलती है. मैं नहीं गया. कई बार आलस की वजह से तो कई बार अपने स्वभाव के कारण क्योंकि हमें ज्यादा लोगों से मिलना जुलना पसंद नहीं है लेकिन उसका खामियाजा ये हुआ कि लोगों ने ये कहना शुरु कर दिया कि उसे काम नहीं करना है. उसके पास पैसे बहुत हैं मगर अब मैं अपने काम पर फोकस्ड कर रहा हूं. मुझे लगता है कि अब तक इंडस्ट्री के तमाम लोगों को ये बात मालूम हो गयी होगी कि मैं अब काम करना चाहता हूं.
अपनी असफलता से आपने क्या सीखा ?
कभी भी हिम्मत मत हारो. हमेशा फोकस्ड रहो. जैसे आप फोकस ढीला करते हैं ये आपसे आपका सबकुछ छीन लेती है.