मुंबई : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मुंबई में आपातकाल के 43 साल पूरे होने पर एक कार्यक्रम को संबोधित किया और इसके लिए इंदिरा गांधी एवं कांग्रेस पार्टी को जिम्मेवार बताया. प्रधानमंत्री ने इस दौरान इमरजेंसी के दौरान फिल्म उद्योग के कथित दमन की कहानी भी सुनायी. उन्होंने इंदिरा गांधी व कांग्रेस के हां-हां में मिलाने वालों को आज गाने-बजाने वालों की संज्ञा दी और कहा कि जिस परिवार व पार्टी का पंचायत से लेकर पार्लियामेंट तक शासन था, उसके पास ऐसे लोगों की कमी नहीं थी.
When Kishore Kumar ji refused to sing for them, his songs and films were not allowed to be broadcast or played on the radio: PM Narendra Modi on emergency pic.twitter.com/ckyleEqXxG
— ANI (@ANI) June 26, 2018
प्रधानमंत्री नरेेंद्र मोदी ने कहा कि इमरजेंसी के दौरान कांग्रेस पार्टी व सरकार चाहती थी कि मशहूर पार्श्व गायक किशोर कुमार भी गाने-बजाने वालों में शामिल हो जायें, लेकिन उन्होंने ऐसा करने से मना कर दिया और कहा कि यह काम उनसे नहीं हो पायेगा. इसके बाद रेडियो और उस समय नये-नये शुरू हुए दूरदर्शन हर जगह से उनकी छुट्टी कर दी गयी. यानी उनके गानों के प्रसारण पर रोक लगा द गयी.
उन्होंने कहा कि बाद के साल में इमरजेंसी पर बनी फिल्म आंधी पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया. उन्होंने कहा कि यह दास्तां सिर्फ इमरजेंसी के दौरान की ही नहीं बल्कि दस-पंद्रह साल बाद की भी है. उन्होंने कहा कि इसमें उनकी मानसिकता प्रतिबिंबित होती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जिस पार्टी के अंदर लोकतंत्र नहीं हो उससे लोकतंत्र के संरक्षण की कैसे उम्मीद कर सकते हैं?