”संजू” फिल्म पर बोले सत्यपाल सिंह,” फिल्मों में अपराधियों का नहीं होना चाहिये महिमामंडन
भोपाल: हाल ही में रिलीज हुई ‘संजू’ फिल्म पर निशाना साधते हुए केन्द्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री सत्यपाल सिंह ने कहा कि अपराधियों के जीवन पर फिल्म बनाकर उनका महिमामंडन नहीं होना चाहिए. मुंबई के पुलिस आयुक्त रह चुके सिंह ने एक सवाल के जवाव में यहां संवाददाताओं से कहा, ‘देखिये मेरा ऐसा मानना […]
भोपाल: हाल ही में रिलीज हुई ‘संजू’ फिल्म पर निशाना साधते हुए केन्द्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री सत्यपाल सिंह ने कहा कि अपराधियों के जीवन पर फिल्म बनाकर उनका महिमामंडन नहीं होना चाहिए. मुंबई के पुलिस आयुक्त रह चुके सिंह ने एक सवाल के जवाव में यहां संवाददाताओं से कहा, ‘देखिये मेरा ऐसा मानना है कि दाउद इब्राहिम हो या कोई भी अपराधी हो, उसका महिमामंडन नहीं किया जाना चाहिए.’
उन्होंने कहा, ‘संजय दत्त का भी महिमामंडन नहीं होना चाहिए. अपराधियों का महिमामंडन नहीं होना चाहिए. समाज के सामने सचाई आनी चाहिए. फिल्मों में सही स्थिति दिखाई जानी चाहिए.’
उनसे सवाल किया गया था कि ‘संजू’ फिल्म की तरह यदि दाउद पर भी फिल्म बने, तो क्या उसका भी महिमामंडन किया जाना चाहिए. संजू फिल्म के संबंध में पूछे गए एक अन्य सवाल पर उन्होंने कहा, ‘मैं फिल्म नहीं देखता हूं. आपको मालूम है कि फिल्म में क्या है. मैंने तो देखी ही नहीं है. आपको संजय दत्त एवं फिल्म के बारे में मालूम है. मुंबई पुलिस के बारे में भी मालूम है.’
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उनसे जब सवाल किया गया कि क्या इस देश में संजू जैसी फिल्म बननी चाहिए, तो सिंह ने कहा, ‘देश में प्रजातंत्र है. लोकतंत्र है. यहां लोगों को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है, जैसा लिखना चाहे-लिखे, जैसा बोलना चाहें बोल डालो, जैसी (फिल्म) बनाना चाहते हो बना डालो.’
हालांकि, उन्होंने कहा कि फिल्मों पर निगरानी रखने के लिए सेंसर बोर्ड है. सिंह ने कहा कि संजय दत्त पर उनकी अपनी राय का प्रश्न नहीं है. अभी वह फिल्म कलाकार है. आप भी मानते हैं और मैं भी मानता हूं. संजय दत्त को मुंबई धमाकों से जुड़े मामले की कड़ी में शस्त्र अधिनियम के तहत सजा सुनाई गई थी.