नयी दिल्ली : अभिनेता अनिल कपूर का कहना है कि अपने 35 साल लंबे करियर में वह कभी शोहरत के पीछे नहीं भागे और आज जहां वह हैं यह मुकाम उन्होंने अपनी बहुमुखी प्रतिभा के दम पर हासिल किया है. बॉलीवुड में फिल्म ‘वो सात दिन’ से बतौर मुख्य कलाकार अपनी पहचान बनाने वाले 61 वर्षीय अभिनेता का कहना है कि वह कभी पारंपरिक ‘हीरो’ नहीं बनना चाहते थे, उनका लक्ष्य हमेशा एक कलाकार के तौर पर पहचान बनाना था.
अनिल कपूर ने एक साक्षात्कार में कहा कि,’ करियर की शुरुआत से लेकर अभी तक, हीरो बनना कभी मेरा लक्ष्य नहीं रहा. मैं बस एक अभिनेता बनना चाहता था। मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे जो किरदार और फिल्में मिली वे सफल रहीं.’
उन्होंने आगे कहा,’ मैंने हमेशा किरदारों, निर्देशकों और कहानियों को प्राथमिकता दी। और मैं एक स्टार बन गया.’ अभिनेता ने कहा कि 90 के दशक में लगातार हिट देने के बावजूद उन्होंने शोहरत को कभी सिर नहीं चढ़ने दिया और अब भी ऐसा ही है.
अनिल की आने वाली फिल्म ‘फन्ने खां’ हैं. पीहू संद इससे अपने फिल्मी करियर की शुरुआत करने जा रही हैं. फिल्म में ऐश्वर्या राय बच्चन, राजकुमार राव और दिव्या दत्ता भी है. ‘फन्ने खां’ तीन अगस्त को बड़े पर्दे पर रिलीज होगी.