नयी दिल्ली : अपनी अदाकारी से बॉलीवुड में अलग जगह बनाने वाले अभिनेता राजकुमार राव का कहना है कि अगर असुरक्षा की भावना उनपर हावी रहेगी तो एक कलाकार के तौर पर वह ईमानदार नहीं रह सकते. बॉलीवुड में इस समय राव के महत्त्व को इस बात से समझा जा सकता है कि उनके पास एक के बाद एक कई फिल्मों के ऑफर हैं और भले ही वह अपनी इस दिनचर्या को “थका देने वाला“ मानते हों लेकिन वह इसकी शिकायत नहीं करते.
राव ने एक साक्षात्कार में बताया, ‘मैं हमेशा सुरक्षित महसूस करता हूं. अगर मैं असुरक्षित महसूस करुंगा तो मैं एक खरा अभिनेता नहीं हो सकता. मैं अभिनय के लिए अपने प्रेम पर किसी दूसरी चीज को हावी नहीं होने दे सकता.’
उन्होंने आगे कहा,’ मेरे लिए यह समर्पण की कला है. यह कुछ ऐसा नहीं है जो मैं अपने लिए कर रहा हूं. मैं यह अपने साथी कलाकारों के लिए कर रहा हूं जब तक यह कुछ ‘ट्रैप्ड’ जैसा नहीं है.’ राव का मानना है कि हिंदी सिनेमा में “हीरो” की परिभाषा में हुए बदलाव ने उनके जैसे नए कलाकारों के लिए कई नए आयाम खोले हैं और वह इसका श्रेय लेखकों, नए जमाने के निर्देशकों और दर्शकों को देते हैं.
फिलहाल राजकुमार राव की झोली में “फन्ने खां”, “स्त्री”, “फाइव वेडिंग्स”, “एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा” जैसी फिल्में हैं. राव का कहना है कि अनिल कपूर, अमिताभ बच्चन जैसे अभिनेता उन्हें आगे बढ़ते रहने की प्रेरणा देते हैं.