II उर्मिला कोरी II
फ़िल्म: हैप्पी फिर भाग जायेगी
निर्माता: आनंद एल राय
निर्देशक: मुद्दस्सर अज़ीज़
कलाकार: सोनाक्षी सिन्हा,जस्सी गिल,पीयूष मिश्रा, जिमी शेरगिल,डायना पेंटी,अली फ़ज़ल और अन्य
रेटिंग: साढ़े तीन
सीक्वल फिल्मों के मौजूदा लोकप्रिय ट्रेंड में गिनी चुनी फिल्में ही होंगी जो अपनी पिछली कड़ी की उम्मीदों पर खरी उतरती हैं. मुद्दस्सर अज़ीज़ की ‘हैप्पी फिर भाग जायेगी’ इसी चुनिंदा फेहरिश्त में आती है. इस बार फ़िल्म की कहानी चीन पहुँच गयी है. निजी कारणों की वजह से हैप्पी उर्फ हरप्रीत कौर (सोनाक्षी सिन्हा) प्रोफेसर की नौकरी के लिए चीन को चुनती है. पहली कड़ी वाली हैप्पी (डायना पेंटी) भी अपने पति गुड्डू (अली फ़ज़ल) के साथ चीन स्टेज शो करने के लिए पहुंची है.
दरअसल उसे चीन के माफिया ने बुलाया है ताकि वह उसे किडनैप कर पाकिस्तान में एक कॉन्ट्रैक्ट ले सके पहले पार्ट वाले में अभय के किरदार से लेकिन गलती से वह दूसरी हैप्पी को किडनैप कर लेते हैं.
भारत से पवन सिंह बग्गा (जिमी शेरगिल )और पाकिस्तान से अफरीदी (पीयूष मिश्रा) को भी किडनैप कर लिया गया है. गलत हैप्पी को किडनैप करने से कहानी में क्या नए नए मोड़ और कन्फ्यूजन आते हैं इसी पर आगे की फ़िल्म है. फ़िल्म की कहानी अच्छी है लेकिन जिस तरह से इसका ट्रीटमेंट किया गया है वह कमाल का है.
निर्देशक मुद्दस्सर अज़ीज़ ने फ़िल्म का स्क्रीनप्ले भी लिखा है.जिसके लिए उनकी तारीफ करनी होगी. फ़िल्म सीक्वल के मानकों पर भी पूरी तरह से खरी उतरती है सिर्फ फ़िल्म का शीर्षक ही नहीं पुरानी कड़ी के कलाकारों को भी नए चेहरों के साथ फ़िल्म की कहानी में जोड़ा गया है.
फ़िल्म के संवाद इसकी खासियत है. मौजूदा दौर की माइंडलेस कॉमेडी नहीं है. फ़िल्म में भारत,पाकिस्तान और चीन के रिश्तों को संवाद के ज़रिए बखूबी दर्शाया गया है. कमज़ोर पहलुओं में फ़िल्म की धीमी रफ्तार है.
अभिनय की बात करें तो सोनाक्षी सिन्हा पंजाबी हैप्पी के किरदार में पूरी तरह से रच बस गयी है. पंजाबी सिंगर जस्सी ने अपनी इस डेब्यू फिल्म में अच्छा काम किया है लेकिन सबसे ज़्यादा तारीफ जिमी शेरगिल और पीयूष मिश्रा का अभिनय बटोर ले जाता है उनकी जुगलबंदी को फ़िल्म की यूएसपी कहा जाए तो गलत न होगा. दोनों कमाल के रहे हैं.
जैसन और डेंजल स्मिथ ने भी अपना किरदार बखूबी निभाया है. अली फ़ज़ल और डायना के हिस्से ज़्यादा सीन्स नहीं है. फ़िल्म का संगीत कहानी के अनुरूप था. फ़िल्म की सिनेमेटोग्राफी बढ़िया है. कुलमिलाकर माइंडब्लोइंग वाली यह फ़िल्म आप अपने पूरे परिवार के साथ एन्जॉय कर सकते हैं.