हमारे देश में हर साल पांच सितंबर की तारीख शिक्षक दिवस के रूप में मनायी जाती है. देश के दूसरे राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन को समर्पित यह दिन हमें शिक्षक और छात्र के बीच नाजुक रिश्ते के बारे में बताता-समझाता है.
वह शिक्षक ही होते हैं जो अपने छात्रों को प्यार, धर्म और जीवन मूल्यों के बारे में सिखाते हैं.शिक्षक और छात्र का रिश्ता हर युग में खास रहा है. चाहे वह श्रीकृष्ण और संदीपनी मुनि का समय हो या कौटिल्य और चंद्रगुप्त का अथवा सचिन तेंडुलकर और रमाकांत अचरेकर का.
हमारी बॉलीवुड में भी कई ऐसी फिल्में बनी हैं, जो शिक्षक और बच्चों के बीच के रिश्ते की गहराई को समझाती हैं. इनमें अमिताभ बच्चन, जितेंद्र, नसीरुद्दीन शाह, शाहरुख खान और आमिर खान जैसे अभिनेताओं ने शिक्षक की भूमिका निभायी है. शिक्षक दिवस के मौके पर आइए ऐसी फिल्मों की चर्चा करें, जिनमें शिक्षक और छात्रों के बीच भावनात्मक संबंध को खास नजरिये के साथ पेश किया गया है.
परिचय (Parichay) : इस फिल्म में जितेंद्र ने एक ऐसे टीचर का किरदार निभायाथा, जिनके छात्र बहुत बदतमीज थे. अपने मास्टर साहब को परेशान करने की जुगत लगाये बच्चोंको प्यार से किस तरहसही रास्ते पर लाया जाता है, फिल्म में यही दिखाया गया है.
सर (Sir) : इंडस्ट्री के मंजे हुए कलाकार नसीरुद्दीन शाह ने इस फिल्म में एक जिंदादिल शिक्षक की भूमिका निभायी थी. इसमें वह बुरे समय में अपने विद्यार्थियों पूजा भट्ट और अतुल अग्निहोत्री की एक दोस्त की तरह मदद करते हैं.
रॉकफोर्ड (Rockford) : नागेश कुकनूर की यह फिल्म एक किशोर की कहानी है जो एक स्कूल हॉस्टल में सैकड़ों छात्रों के बीच खुद को हारा हुआ महसूस करता है. ऐसे में उसे मिलता है ऐसा शिक्षक,जो उसका हौसला बुलंद करता है.
मोहब्बतें (Mohabbatein) : इस फिल्म में अमिताभ बच्चन ने एक सख्त और अनुशासनप्रिय कॉलेज प्रिंसिपल का किरदार निभाया था. इसी कॉलेज में शाहरुख खान की एक ऐसे म्यूजिक टीचर के रूप में एंट्री होती है, जो बच्चों को खुलकर जिंदगी जीनासिखलाता है.
इकबाल (Iqbal) : इस फिल्म में श्रेयस तलपड़े एक ऐसे किशोर के किरदार में थे, जो बॉलिंग सीखकरक्रिकेट के क्षेत्र में कुछ कर दिखाना चाहता था.इसजूझारू बच्चे को नसीरुद्दीन शाह के रूप में बॉलिंग कोच मिलता है जो उसे मंजिल तक पहुंचने में मदद करता है.
ब्लैक (Black) : इस फिल्म में एक संवेदनशील शिक्षक की कहानी दिखायी गयी है, जो अंधीऔर मूक-बधिर लड़की की मदद करता है. शिक्षक और शिष्य किसहद तक अपनी भावनाओं को साझा करते हैं, यह इस फिल्म में बखूबी दिखाया गया है. शिक्षक की भूमिका में अमिताभ बच्चन थे और उनकी शिष्या बनी थीं रानी मुखर्जी.
तारे जमीं पर (Taare Zameen Par) : इस मूवी में एक ऐसे बच्चे की कहानी दिखायी गयी है,जो डिसलेक्सिया से पीड़ित है. शिक्षक की भूमिका में आमिर खान ने दिखाया है कि ऐसे बच्चों के साथ कैसा व्यवहार करना चाहिए.
पाठशाला (Paathshala) : भारतीय शिक्षा व्यवस्था और इसके भविष्य पर एक कटाक्ष करती इस फिल्म में शाहिद कपूर, आयशा टाकिया और नाना पाटेकर लीड रोल में थे.
आरक्षण (Aarakshan) : टीचर और स्टूडेंट्स के बीच के रिश्तों पर बनी इस फिल्म में भी अमिताभ बच्चन एक स्कूल के प्रिंसिपल के किरदार में थे, जो आगे चलकर एक समाज सेवक बन जाते हैं. फिल्म में उन्हेंसिस्टम से जूझते दिखाया गया है, जिसमें उन्हें उनके स्टूडेंट्स का साथ मिलता है.
स्टूडेंड ऑफ द ईयर (Student of the Year) : करन जौहर की इस फिल्म से आलिया भट्ट, सिद्धार्थ मल्होत्रा और वरुण धवन ने बॉलीवुड में डेब्यू किया था. इसमें कॉलेज की प्रतियोगिता कीवजह से छात्रों की दोस्ती टूट जाती है. फिल्म में यह दिखाया गया है कि स्टूडेंट भी टीचर को कुछ बातें सिखा सकते हैं.
हिचकी (Hichki) : रानी मुखर्जी ने इस फिल्म में एक ऐसी टीचर की भूमिका निभायी थी, जो हिचकी की परेशानी से जूझ रही होती है. इसके बावजूद वह अपने स्टूडेंट्स को उस मुकाम पर ले आती हैं जहां दुनिया उन्हें सलाम करती है.