मुंबई : मेगास्टार अमिताभ बच्चन ने बृहस्पतिवार को कहा कि आगामी फिल्म ‘ठग्स ऑफ हिन्दोस्तान’ की शूटिंग के दौरान एक्शन करते समय उनकी कई हड्डियां टूट गईं, लेकिन उन्होंने निर्देशक विजय कृष्ण आचार्य की इच्छा का सम्मान करने के लिए अपना कार्य किया. गत मार्च में फिल्म के सह अभिनेता आमिर खान ने खुलासा किया था कि शूटिंग के दौरान बच्चन को कंधे और पीठ में चोट लगी थी.
बच्चन (75) ने कहा, ‘मेरी उम्र यह सब (एक्शन) करने की नहीं है, लेकिन हमारे निर्देशक ने हमसे यह करने को कहा, इसलिए मैंने यह किया. शरीर का कोई ऐसा हिस्सा नहीं है जो टूटा नहीं हो और कोई ऐसा डॉक्टर नहीं है जिससे मैं मिला न हूं. बहुत ज्यादा सुधार नहीं है.’
वह ‘ठग्स ऑफ हिन्दोस्तान’ के ट्रेलर लॉंच के अवसर पर बोल रहे थे. बच्चन ने कहा कि बारिश में किए गए एक्शन दृश्यों ने उनकी परेशानी और बढ़ा दी. अभिनेता ने कहा, ‘यदि उन्होंने मुझे सामान्य कपड़े पहनाए होते तो यह आसान होता लेकिन मुझे कवचनुमा कपड़े पहनने पड़े. उन्होंने मुझे चमड़े के कपड़े पहनाए और ये बहुत भारी थे जिनका वजन लगभग 30-40 किलोग्राम था. फिर उन्होंने मुझे एक तलवार, पगड़ी और लंबे बाल थमा दिए.’
उन्होंने कहा, ‘मुझे तैयार होने में तीन घंटे लगे. सबसे खतरनाक बात यह थी कि एक्शन दृश्य बारिश में फिल्माए गए जिससे कपड़े और भारी हो गए.’ आम धारणा के विपरीत बच्चन का मानना है कि प्रौद्योगिकी प्रगति ने किसी अभिनेता का काम और जटिल बना दिया है। ऐसी खबरें थीं कि ‘ठग्स ऑफ हिन्दोस्तां’ 1839 में लिखे गए फिलिप मीडोज टेलर के उपन्यास ‘कन्फेशंस ऑफ ए ठग’ पर आधारित है.
फिल्म की तुलना हॉलीवुड की ब्लॉकबस्टर ‘पाइरेट्स ऑफ कैरीबियन’ श्रृंखला से भी की गई. आचार्य ने इन अटकलों को खारिज किया और कहा कि यह किसी उपन्यास पर आधारित नहीं है. इसका नाम ‘ठग्स ऑफ हिन्दोस्तान’ है, इसलिए लोगों को लगा होगा कि यह ठगों पर लिखी गई किसी किताब से संबंधित है. लेकिन ऐसा नहीं है.
‘पाइरेट्स ऑफ कैरीबियन’ से तुलना पर आमिर खान ने कहा, ‘‘यह एक एक्शन एडवेंचर फिल्म है, इसलिए उस मामले में इसकी विधा ‘पाइरेट्स…’ जैसी ही है, लेकिन कहानी के दृष्टिकोण से दोनों फिल्मों में कोई समानता नहीं है.’