सलमान खान अपने जीजा आयुष शर्मा को अपने होम प्रोडक्शन की फिल्म ‘लवयात्री’ से हिंदी फिल्मों में लॉन्च करने जा रहे हैं. उन्हें नेपोटिज्म शब्द से एतराज हैं. वह कहते हैं कि इसी इंडस्ट्री में नेपोटिज्म नहीं चलता है बस टैलेंट चलता है. दर्शक ही सुपर स्टार बनाती हैं या नकार देती है. इस फिल्म से वरिना हुसैन भी फिल्मों में कदम रखने जा रही हैं. आयुष और वरिना के साथ सलमान भी इस फिल्म को प्रमोट कर रहे हैं. उर्मिला कोरी से हुई बातचीत…
आयुष में आपको बतौर एक्टर क्या खासियत लगी ?
जो भी यहां आता है वो टैलेंटेड ही होता है. वो अपने हिसाब से तो अच्छा ही होता है. सभी की अपनी अपनी किस्मत होती है कौन कितना ऊपर जायेगा. जब मैंने फिल्म ‘मैंने प्यार किया’ की थी उस वक्त मैंने नहीं सोचा था कि मैं यहां तक पहुंचूंगा. अगर परिवार से होने से कोई भी एक्टर बन जाता था तो अरबाज भी आज एक्टर होता था. वो निर्माता निर्देशक और इंटरटेंमेंट कंपनी के लिए अच्छा कर रहा है. आयूष को बहुत पहले जिम में सोहेल ने नोटिस किया था. अगर मैं नहीं तो कोई और जरूर आयुष का लांच करता था. वह बहुत मेहनती है.
आपकी फिल्म ‘मैंने प्यार किया’ रिलीज हुई थी तो उसकी रिलीज डे से जुड़ी क्या यादें हैं ?
बहुत नर्वस था. मेरा एक दोस्त है राजीव क्योंकि वह मिथुन चक्रवर्ती की तरह दिखता था इसलिए मैं उसे राजीव की जगह मिथुन ही बुलाता था. वो अभी एक्शन क्लासेज चलाता है. उसकी बाइक से मैं मिनर्वा दर्शकों का रिएक्शन जानने गया था. फिल्म का इंटरवल हुआ लोगों ने मुझे पहचाना शुरू कर दिया. वहां से भागा किसी तरह. आप यकीन नहीं कीजिएगा मिथुन की बाइक शुरु ही नहीं हो रही थी. वो ‘हैलो ब्रदर’ का मोपेड वाला सीन हो गया था. किसी तरह वहां से निकले. हम बहुत खुश हुए कि चलो लोगों को फिल्म पसंद आ रही है. उसके बाद मैं सत्यम शिवम सुंदरम थिएटर गया. वहा सनी देओल की फिल्म ‘आग का गोला’ लगी थी जिसे डेविड धवन ने निर्देशित किया था. मैं डेविड को पहले से ही जानता था. मैं एक बार उनके पास काम मांगने गया था. जब काम मांगने गया था उस वक्त मेरा एक्सीडेंट हुआ था तो आंख और कंधे में चोट लगी थी. उन्होंने कहा कि मेरे पास काम नहीं है. मैंने बताया कि मेरी एक फिल्म 29 दिसंबर को रिलीज हो रही है. उन्हें लगा कि इस बेचारे का क्या होगा सनी देओल के सामने. मैं उस फिल्म के रिएक्शन जानने चला गया क्योंकि डेविड दोस्त की तरह ही थे. दरवाजा खुला. डेविड ने कहा कि मेरी गयी. उस वक्त इंडस्ट्री में ऐसा ही अपनापन था. मेरी नहीं चली इसकी तो चलनी चाहिए. ऐसी सोच थी. अब तो बहुत प्रतिस्पर्धा है. इसकी नहीं चली. मेरी चली. इस बात को बढा चढ़ाकर प्रचारित किया जाता है. मेरी तो एक करोड़ कमाने के बाद भी फ्लॉप (रेस थ्री) हो जाती है.
फिल्म आपका नाम जुड़ने से आपको नहीं लगता कि आयुष पर और ज्यादा प्रेशर आ गया है ?
यही वजह थी कि मैं ज्यादा से ज्यादा फिल्म से दूर ही था लेकिन फिर मेरी बहन को ऐसा भी न लगे कि मैंने आयुष को सपोर्ट भी नहीं किया. मैंने सभी को सपोर्ट किया है. फिल्म हीरो में तो मैंने गाना भी गाया था वो हिट भी हो गया था. अब तो हर जगह वो सांग में गाता रहता हूं. वैसे मेरे नाम जुड़ने से फिल्म हिट हो जायेगी. लोग देखने आयेंगे. ऐसा नहीं है. मैंने भी कई बार सुना है कि भाई बस आप खड़े हो जायेंगे तो फिल्म चल जायेगी. (हंसते हुए) मैंने तो पूरा डांस किया. पूरे सींस में मैं था तो भी फिल्म नहीं चली.
फिल्म के नाम को लेकर काफी विवाद हुआ था लवरात्री से लवयात्री पर बदलाव क्या कहना है ?
मुझे कोई परेशानी नहीं है. ये भी टाइटल नहीं चाहिए तो हम फिर से बदल देंगे. फिल्म टाइटल से नहीं चलती है.
आयुष और दूसरे न्यूकमर्स को आप क्या कहना चाहेंगे ?
मैं यही कहूंगा कि अच्छा काम करते रहिए. कोई जरूरी नहीं है कि आप फिल्म में ही करें. टीवी और दूसरे माध्यम में भी कर सकते हैं. टीवी में एक साल तक काम करके लोगों ने तीन से चार बेडरूम का फ्लैट ले लिया है. टीवी की पहुंच बहुत है. एक बार दस का दम में मेरे साथ आमिर आये थे उस एपिसोड की टीआरपी थ्री प्वाइंट थी और एक एपिसोड में टीवी के सितारे मेरे साथ प्रत्युषा, सुशांत राजपूत, गोविंदा की भांजी. उस एपिसोड की टीआरपी साढ़े पांच चली गयी थी.