Loading election data...

किसिंग सीन शूट करना मेरे लिए सबसे आसान रहा : सारा अली खान

सारा अली खान की डेब्यू फिल्म ‘केदारनाथ’ विवादों के घेरे में आने के बाद आखिरकार शुक्रवार को रिलीज हो ही गयी. कुछ दिन पहले ही सारा की इस फिल्म का ट्रेलर रिलीज हुआ था जिसे सभी ने खूब पसंद किया था. इस फिल्म में सारा की कॉन्फिडेंट एक्टिंग को क्रिटिक्स और फैंस ने सराहा है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 8, 2018 2:25 PM

सारा अली खान की डेब्यू फिल्म ‘केदारनाथ’ विवादों के घेरे में आने के बाद आखिरकार शुक्रवार को रिलीज हो ही गयी. कुछ दिन पहले ही सारा की इस फिल्म का ट्रेलर रिलीज हुआ था जिसे सभी ने खूब पसंद किया था. इस फिल्म में सारा की कॉन्फिडेंट एक्टिंग को क्रिटिक्स और फैंस ने सराहा है. आपको बता दें फिल्म केदारनाथ में सारा के अपोजिट सुशांत सिंह राजपूत है. फिल्म में दोनों ही कलाकार के बीच एक किसिंग सीन भी फिल्माया गया.

हाल ही में हुए एक इंटरव्यू के दौरान सारा ने इस सीन को फिल्म का सबसे आसान सीन बताया है. साथ ही सारा ने ये भी कहा कि वे किसिंग सीन करते वक्त बिल्कुल भी नर्वस नहीं थीं.

सारा ने कहा कि, ‘बतौर परफॉर्मर, जब आप कोई सीन करते हो, तो ये आपकी जिम्मेदारी होती है कि आप करेक्टर को फील करो. सच कहूं तो किसिंग सीन शूट करना मेरे लिए सबसे आसान रहा क्योंकि इंटेंस लव को दिखाने का ये सबसे आसान तरीका है.’

सारा ने आगे ये भी कहा कि, ऐसे सीन में आपकी आंखें बंद होती हैं और आप किसी को किस कर रहे होते हो. इसलिए मैं ये सीन करते वक्त बिल्कुल भी नर्वस नहीं थी.’ इस दौरान सारा ने अपने साथ सुशांत की बॉन्डिंग के बारे में भी बताया कि, सुशांत के साथ काम करना शानदार था. चाहे ठंड में हो या बारिश, सुशांत सेट पर काफी प्रोफेशनल रहते थे. हर किसी को ये फॉलो करना चाहिए.

हिंदू संगठनों के विरोध को देखते हुए उत्तराखंड के सात जिलों में ‘केदारनाथ’ फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगा दी गयी है. इन संगठनों का आरोप है कि फिल्म से धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंच रही है . सुशांत सिंह राजपूत और सारा अली खान की जोड़ी वाली इस फिल्म की कहानी 2013 में आयी केदारनाथ त्रासदी की पृष्ठभूमि पर आधारित है . यह फिल्म आज देश भर के सिनेमाघरों में रिलीज हो गयी .

प्रदेश के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक :कानून और व्यवस्था: अशोक कुमार ने यहां ‘भाषा’ को बताया कि इस फिल्म को उत्तराखंड के उन सात जिलों में प्रतिबंधित कर दिया गया है जहां हिंदू संगठन इस फिल्म के पोस्टर फाड़कर और फिल्म निर्माता और केंद्रीय फिल्म सेंसर बोर्ड के पुतले जला कर अपना विरोध जता रहे हैं .’

हिंदू संगठनों का आरोप है कि केदारनाथ त्रासदी की पृष्ठभूमि में एक हिंदू श्रद्धालु और एक मुस्लिम पिट्ठू (पोर्टर) के बीच दिखायी जा रही प्रेमकथा लव जिहाद को बढावा दे रही है.

Next Article

Exit mobile version