मुंबई: ‘पाकिस्तान में पैदा’ होने संबंधी गायक सोनू निगम के कथित टिप्पणी पर बवाल मच गया जिसके बाद उन्हें सफाई देनी पड़ी. आलोचनाओं का सामना करने के बाद सोनू निगम ने बुधवार को कहा कि वह पाकिस्तान सहित दुनियाभर के संगीतकारों का सम्मान करते हैं लेकिन वह चाहते हैं कि भारतीय कलाकारों को भी वही सुविधाएं दी जाएं जो विदेशियों को दी जाती हैं.
सप्ताहांत में मीडिया के एक सम्मेलन में निगम के हवाले से कहा गया था कि उनकी इच्छा है कि वह पाकिस्तान से होते तो उन्हें भारत से अधिक पेशकश मिलतीं। निगम ने बुधवार को एक बयान जारी कर कहा, ‘‘मेरी हमेशा से यह राय रही है कि भारत में सबका स्वागत होना चाहिए. मेरे राहत फतह अली खान और आतिफ असलम से दोस्ताना रिश्ते हैं. शफाकत अमानत अली की आवाज बहुत प्यारी है. मेरा मानना है कि हमारे देश में सबको समान सम्मान मिले.”
गायक ने कहा, ‘‘ इसी के साथ मैं यह भी जोड़ना चाहूंगा कि भारतीय कलाकरों को भी वही सुविधाएं दी जानी चाहिए जो उनके विदेशी समकक्षों को दी जाती हैं और अगर ऐसा नहीं होता है तो फिर ये अनुचित है.”
निगम ने कहा कि अधिकांश कलाकार कुछ संगीत कंपनियों से जुड़े होते हैं. ये कंपनियां अपने कलाकारों को मिले मेहनताने में से ‘प्रतिशत’ में हिस्सा लेती हैं जो एक अच्छी कारोबारी रणनीति है। उन्होंने कहा, ‘‘ मेरा बिन्दु यह है कि यही प्रतिशत का नियम विदेशी कलाकारों पर भी लागू होना चाहिए.”