जाह्नवी कपूर के आंटी कहने पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कर डाला ये पोस्ट, तेजी से हो रहा VIRAL
केंद्रीय मंत्री और पूर्व टीवी अभिनेत्री स्मृति ईरानी का सोशल मीडिया पर शेयर किया गया एक पोस्ट तेजी से वायरल हो रहा है. उनका यह पोस्ट दिवंगत अभिनेत्री श्रीदेवी की बेटी जाह्नवी कपूर से जुड़ा है. दरअसल हाल में स्मृति ईरानी और जाह्नवी कपूर की मुलाकात अचानक एयरपोर्ट पर हुई थी. दोनों का एक वीडियो […]
केंद्रीय मंत्री और पूर्व टीवी अभिनेत्री स्मृति ईरानी का सोशल मीडिया पर शेयर किया गया एक पोस्ट तेजी से वायरल हो रहा है. उनका यह पोस्ट दिवंगत अभिनेत्री श्रीदेवी की बेटी जाह्नवी कपूर से जुड़ा है. दरअसल हाल में स्मृति ईरानी और जाह्नवी कपूर की मुलाकात अचानक एयरपोर्ट पर हुई थी. दोनों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. लेकिन इस पोस्ट के साथ स्मृति ईरानी जो कैप्शन लिखा है वो चर्चा में बना हुआ है. मुलाकात के दौरान जाह्नवी ने उन्हें आंटी कहकर पुकारा और फिर प्यार से उनसे माफी भी मांगी.
स्मृति ईरानी ने पोस्ट के साथ कैप्शन में लिखा,’ ‘कोई मुझे शूट कर दे वाला’ पल – जब जाह्नवी कपूर ने लगातार आंटी कहने पर बहुत प्यार से माफी मांगी और आपको कहा पड़े- ‘कोई बात नहीं बेटा’. से आजकल के बच्चे. #auntykiskobola.
स्मृति ईरानी और जाह्नवी कपूर के इस वीडियो को खूब देखा जा रहा है और इसके कैप्शन ने लोगों का ध्यान खींचा है. स्मृति ईरानी सोशल मीडिया पर खासा एक्टिव रहती हैं. हाल ही में उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर किया था जिसमें स्मृति ईरानी और उनके पति जुबिन ईरानी सीढ़ियों पर बैठे हुए थे. जिसमें स्मृति के बबल में लिखा था- ‘हे भगवान उठा ले… मुझे नहीं मेरे वजन को उठा ले.’ वहीं उनके पति को सोचते हुए दिखाया गया- ‘इसको भी उठा ले तो चलेगा.’
बता दें कि जाह्नवी ने फिल्म ‘धड़क’ से बॉलीवुड में डेब्यू किया था जो मराठी की सुपरहिट फिल्म ‘सैराट’ की हिंदी रीमेक थी. दर्शकों ने जाह्नवी की एक्टिंग को सराहा था. अब जाह्नवी ने गुंजन सक्सेना पर बनने वाली बायॉपिक की शूटिंग शुरू कर दी है. बता दें कि गुंजन सक्सेना करगिल युद्ध के दौरान पहली भारतीय महिला आईएएफ पायलट अधिकारी थीं.
युद्ध के दौरान उन्होंने न सिर्फ डटकर दुश्मनों का मुकाबला किया बल्कि घायल हुए सैनिकों को करगिल से अस्पताल पहुंचाने में भी बड़ी मदद की. इनहोइ के जीवन पर फिल्म बन रही है. आपको बता दें, इस बहादुरी भरे कारनामे के लिए गुंजन सक्सेना को शौर्य चक्कर से भी सम्मानित किया गया था.